यूपी: मिर्जापुर में 6 वर्षीय मूकबधिर दलित मासूम से दरिंदगी, आरोपी के खिलाफ केस दर्ज
परिजनों ने बताया कि दो जून की रोटी की जुगाड़ में मासूम को घर पर छोड़कर वह काम करने गए थे। देर शाम काम से वापस लौटने के बाद जब वह घर पहुंचे तो वह (मूकबधिर बालिका) घर पर नहीं मिली.....
मिर्जापुर से संतोष देव गिरी की रिपोर्ट
जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। रेप, दुराचार की बढ़ती घटनाओं ने सरकार तथा कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है, खास करके तब जब इन घटनाओं में सर्वाधिक पिछड़े और दलित समाज खासकर कम उम्र की, यहां तक की मासूमों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित अतिपिछड़े तथा जंगलों पहाड़ों वाले इलाके मिर्जापुर के मड़िहान थाना क्षेत्र से ऐसी ही घटना सामने आई है।
मिर्जापुर जिले के मड़िहान थाना क्षेत्र के एक गांव में बृहस्पतिवार 7 जनवरी की शाम पड़ोसी दरिंदे ने 6 वर्षीय मूकबधिर दलित बालिका को जंगल में ले जाकर जबरन हवस का शिकार बनाया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने भले ही आनन-फानन में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म, एससीएसटी व पास्को एक्ट के तहत देर रात मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल भेज दिया है, लेकिन मूकबधिर मासूम बालिका और उसके परिजनों पर इसका दर्द और सदमा साफ देखा जा सकता है।
परिजनों ने बताया कि दो जून की रोटी की जुगाड़ में मासूम को घर पर छोड़कर वह काम करने गए थे। देर शाम काम से वापस लौटने के बाद जब वह घर पहुंचे तो वह (मूकबधिर बालिका) घर पर नहीं मिली। यह देखते हुए परिजनों को उसकी चिंता सताने लगी। फिर पास पड़ोस के लोगों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि जंगल की तरफ दिखाई पड़ी थी।
खोजबीन के बाद जंगल में मासूम खून से लतपथ असहनीय पीड़ा से कराहते हुए आंसू बहा रही थी जिसे उस अवस्था में देख परिजन रोने के साथ ही अगबाबूला हो उठे। किसी प्रकार साहस जुटाकर अपनी मासूम बेटी को घर ले आये जहां घर आने पर मूकबधिर मासूम ने किसी प्रकार इशारों में पूरी घटना की आपबीती बतायी। इधर जैसे ही दरिंदगी की जानकारी इलाके की पुलिस को हुई तो पुलिस के पांव के नीचे की जमीन खिसक गयी।
हालांकि पीड़ित मासूम की माता द्वारा मड़िहान थाना पर लिखित तहरीर देते हुए बताया गया है कि उसकी 6 वर्षीय बेटी (मूकबधिर) को उसी गांव के निवासी एक लड़के द्वारा जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया गया। इस सम्बन्ध में तहरीर के आधार पर थाना मड़िहान ने आरोपी को हिरासत में लिया है उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई कर रही है।
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर अभियुक्त को हिरासत में लेकर पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल, बालिका का उपचार चल रहा है। बालिका और उसके परिजन गहरे सदमे में हैं, जो कुछ भी बोलने के बजाय बिलख पड़ते हैं।
महिला उत्पीड़न के मामले में मड़िहान अव्वल
मिर्जापुर जनपद का मड़िहान थाना क्षेत्र जंगलों पहाड़ों से घिरे होने के साथ ही साथ पहाड़ी क्षेत्र तथा कागजों में नक्सल प्रभावित क्षेत्र दर्ज होता आ रहा है, यह अलग बात है कि अब यहां नक्सलियों का नहीं, बल्कि दुराचारियों का बोलबाला बढ़ा है। पूर्व के आंकड़ो पर गौर करें तो कई मामले पुलिस की पहुंच से दूर रहे हैं, कुछ को स्थानीय स्तर पर दबा दिए तो कुछ मामले पुलिस ने रखा दफा कर दिए।
गौरतलब है कि मिर्जापुर जनपद का मड़िहान क्षेत्र सोनभद्र जनपद से लगे होने के साथ ही पहाड़ी अंचल क्षेत्र है। जहां पिछड़े, आदिवासी तथा दलित जातियों की आबादी सर्वाधिक है। पिछड़ेपन का दर्द दूर-दूर तक सुना जा सकता है। इस क्षेत्र से मौजूदा जन प्रतिनिधि रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान विधानसभा से विधायक होने के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री भी हैं, बावजूद इसके इस इलाके में कानून व्यवस्था का हाल बदतर है।
मासूम बालिका वह भी मूकबधिर जिसकी उम्र महज 6 वर्ष है, के साथ दरिंदगी की घटना ने जनपद की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़े करने के साथ ही कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिरकार जिले में बेटियां कैसे पढ़ेंगी और कैसे आगे बढ़ेंगी? जब उनका घर में भी रहना और घर से बाहर निकलना भी सुरक्षित नहीं है।