UP News : शिवपाल की नहीं मिटी अखिलेश यादव से दूरियां, विधानसभा स्पीकर से की सीट बदलने की मांग, ये है बड़ी वजह

UP News : शिवपाल सिंह यादव ने अपनी सीट बदलने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय को लिखित में सूचना दी है।

Update: 2022-05-25 02:54 GMT

UP News : शिवपाल की नहीं मिटी अखिलेश यादव से दूरियां, विधानसभा स्पीकर से की सीट बदलने की मांग, ये है बड़ी वजह

UP News : उत्तर प्रदेश में विपक्षी पार्टियों के बीच नये ध्रुवीकरण के संकेत मिल रहे हैं। ऐसा इसलिए कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाज पार्टी के प्रमुख शिववाल यादव के बीच सियासी मनमुटाव की वजह से दूरियां कम नहीं हुई हैं। दूसरी तरफ सीतापुर जेल से 27 माह बाद बाहर आये आजम खान के साथ शिवपाल यादव के संबंध पहले से भी अच्छे होने के संकेत मिल रहे हैं। संभवत: इसी का नतीजा है कि यूपी विधानसभा में शिवपाल सिंह यादव ने अपनी निर्धारित सीट बदलने की मांग की है।

प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव चाहते हैं कि यूपी विधानसभा में उनको अभी जो सीटें मिली हैं उसकी जगह उन्हें दूसरी जगह नई सीट दी जाए। शिवपाल सिंह यादव ने अपनी सीट बदलने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय को लिखित में सूचना दी है।

अभी इनके साथ है शिवपाल की सीट

दरअसल, शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी से विधायक हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए उनको समाजवादी पार्टी के विधायकों के बीच सीट अलॉट की गई है। शिवपाल यादव की सीट के साथ सपा के विधायक मनोज पारस और अब्दुल्ला आज़म की सीट है। विधानसभा में शिवपाल यादव की सीट नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव से अलग रो (row) में है। अखिलेश यादव से थोड़ी पीछे है। शिवपाल वहां से दूसरी जगह सीट चाहते हैं।

शिवपाल आजम खान को लेने पहुंचे थे जेल

वर्तमान में शिवपाल सिंह यादव की अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से दूरियों की चर्चा न केवल आम है बल्कि जिस तरह से वह आजम खान के मुद्दे पर सक्रिय हुए और उन्हें लेने सीतापुर जेल पहुंच गए। उससे भी शिवपाल यादव के तेवर पर सबकी नजर है।

सपा ने की 12 विधायकों की सीट बदलने की मांग

दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने भी 12 विधायकों की सीट बदलने के लिए विधानसभा स्पीकर को खत लिखा है। इन ​विधायकों में स्वामी ओमवेश, समरपाल सिंह, विजमा यादव और गीता शास्त्री व अन्य शामिल हैं। वर्तमान 12 सपा विधायकों को जो सीट अलॉट हुई है उसमें बैठने में इनको सहूलियत नहीं हो रही है इसलिए इनकी सीट बदलने की मांग सपा ने की है।

खास बात यह है कि इस बार विधानसभा में विधायकों को जो सीट अलॉट की गई है, उसमें लगा टैब्लेट केवल उसी विधायक के लॉगइन और पासवर्ड से खुलेगा। इसीलिए किसी की सीट बदलने पर उस टैब्लेट को बदलकर उस विधायक की नई सीट पर लगाना पड़ेगा

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