विकास दुबे इनकाउंटर पर यूपी एसटीएफ की थ्योरी, गाड़ी पलटी तो पांचों पुलिसकर्मी हो गए बेहोश...और भागने लगा गैंगस्टर
गैंगस्टर विकास दुबे के इनकाउंटर पर यूपी एसटीएफ ने जो बयान जारी किया है अब उस पर भी सवाल उठ रहा है...
जनज्वार। कानपुर के कुख्यात विकास दुबे के इनकाउंटर पर उठ रहे सवालों पर यूपी एटीएस ने एक बयान जारी कर अपना पक्ष रखने या सफाई देने की कोशिश की है। हालांकि उसने शुक्रवार की सुबह हुई कथित सड़क दुर्घटना से लेकर विकास के इनकाउंटर तक व अस्पताल ले जाने तक की जो कहानी बतायी है उस पर भी प्रश्न पूछे जा रहे हैं।। एक सवाल यह भी है कि इनकाउंटर में गोली विकास दुबे के सीने में कैसे लगी।
STF ने #विकास_दुबे मुठभेड़ मामले में प्रेस नोट जारी किया। "मार्ग पर अचानक से गाय-भैंसों का एक झुंड भागता हुआ आया। उन्हें बचाने की कोशिश में चालक ने वाहन को मोड़ा जिससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया...।" pic.twitter.com/FaBC2C4eyo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2020
यूपी एटीएस की अपनी थ्योरी के अनुसार, जब गाड़ी पलटी तो उस पर सवार पांच पुलिस अधिकारी व कर्मी कुछ देर के लिए बेहोश हो गए और उनके साथ बैठा दुर्दांत अपराधी विकास दुबे होश में था और उसने घटना का फायदा उठाया और इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी की पिस्टल छीन कर वह कच्चे रास्ते से भागने लगा। फिर पीछे से पुलिस काफिले की दूसरी गाड़ी आयी जिसमें पुलिस दल के लीडर व डीएसपी तेज बहादुर सिंह मौजूद थे तो उन्हें घायल पुलिस कर्मियों ने सारी कहानी बतायी। इसके बाद डीएसपी ने घायलों का इलाज करवाने का निर्देश दिया और विकास दुबे का उनके नेतृत्व में पुलिस ने पीछा किया।
दुर्घटनाग्रस्त वाहन पर इंसपेक्टर रमाकांत पचौरी, सब इंसपेक्टर पंकज सिंह, अनूप सिंह, व कांस्टेबल सत्यवीर व प्रदीप कुमार थे। उन्हें गाड़ी पलटने से गंभीर चोट लगी और वे सब बेहोश हो गए थे। एसटीएफ के बयान के अनुसार, उज्जैन से लंबे सफर पर आने के कारण ड्राइवर थक गया था और कानपुर जिले के सचेंडी थाना के अंतर्गत कन्हैया लाल अस्पताल के सामने रोड पर के गायों व भैंसों के झुंड को बचाने के लिए उसने गाड़ी अचानक मोड़ी जिससे वह पलट गई।
विकास दुबे को यहां मृत लाया गया था, उसको 4 गोली लगी थी। 3 गोली सीने में लगी थी और एक हाथ में: डॉ.आरबी कमल, प्रिंसिपल, LLR अस्पताल #KanpurEncounter pic.twitter.com/iTRqrdY6yr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2020
पुलिस के अनुसार, वे लोग विकास दुबे को पकड़ने के लिए उसके काफी करीब पहुंच गए लेकिन वह लगातार गोलियां चलाता रहा जिसके बाद पुलिस ने अपने कर्तव्य व आत्मरक्षा के लिए उस पर जवाबी फायरिंग की और वह घायल हो गया। इसके बाद उसके इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसटीएफ ने यह भी कहा है कि विकास दुबे से मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी शिवेंद्र सिंह सेंगर व विमल यादव घायल भी हुए हैं।