UP : लखनऊ के RMLअस्पताल की बड़ी लापरवाही, जिस मां को मरा बताकर दी लाश वह निकली जिंदा

परिजन डेड बॉडी लेकर जब घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि सुखरानी की सांस चल रही थी। घर वालों ने पास ही मौजूद एक कंपाउंडर को बुलाकर जांच करायी तो पता चला कि महिला तो जीवित है...

Update: 2021-05-03 06:01 GMT

जनज्वार, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां भर्ती एक जीवित महिला को डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में मृत घोषित कर दिया। परिजनो ने घर पहुँचकर जांच कराई तो पाया कि महिला जिंदा है और उसकी सांसे चल रहीं हैं।

यह अचंभित कर देने वाली घटना सालेह नगर की सुखरानी गौतम के साथ घटी। जिसमें इलाज के दौरान उनको मृत घोषित कर दिया गया। सुखरानी को 3 दिन पहले राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। भर्ती कराने के थोड़ी ही देर बाद अचानक डॉक्टर ने मरीज को मृत घोषित कर घर वालों को उनकी लाश सौंप दी।  

परिजन बॉडी लेकर जब घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि सुखरानी की सांसे चल रही थी। घर वालों ने पास ही मौजूद एक कंपाउंडर को बुलाकर जांच करायी तो पता चला कि महिला तो जीवित है। सुखरानी के परिजनो ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही करने तथा विधिक कार्यवाही करने की मांग की है।

सुखरानी के बड़े बेटे का कहना है कि राम मनोहर लोहिया जैसे बड़े अस्पताल में इस कदर हीलाहवाली हो रही है। वायरल हुए इस वीडियो में बताया जा रहा है कि कैसे लोहिया अस्पताल के डॉक्टर एके त्रिपाठी ने उनकी मां को मृत बताकर डेड बॉडी परिजनो को सौंप दी थी। वह अगर घर आकर चेक ना करते तो अनर्थ हो गया होता। परिवार की मांग है कि ऐसे डॉक्टरों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।

सुखरानी के बेटे का कहना है कि डॉक्टर एके त्रिपाठी ने रविवार शाम 5 बजकर 27 मिनट पर उन्हें एक्सपायर घोषित कर लाश परिजनो को सौंप दी थी। सात साढ़े सात बजे उन्होने घर आकर देखा तो मां की सांसे चल रहीं थीं। ऐसे जाहिल डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए।

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