यूपी में मजदूर की मौत पर कई घंटे चला बवाल, एसडीएम की तोड़ी गाड़ी पुलिस जान बचाकर भागी
ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख कर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। एसडीएम द्वारा 5 लाख मुआवजा दिलवाने पर जब परिजन नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
जनज्वार, कानपुर। घाटमपुर से सटे वीरपुर गांव में निर्माणाधीन गेस्ट हाउस में काम कर रहा एक मजदूर एचटी लाइन की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। मजदूर की मौत के बाद परिजनों के साथ ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। परिवार ने 10 लाख रुपये मुआवाजे की मांग करते हुए शव बीच सड़क में रखकर जाम लगा दिया।
गौरतलब है कि चार दिन पहले एक निर्माणाधीन गेस्ट हाउस में करेंट की चपेट में आया श्रमिक जिसकी आज इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख कर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। एसडीएम द्वारा 5 लाख मुआवजा दिलवाने पर जब परिजन नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
घाटमपुर के वीरपुर गाॅव में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब शव को हाइवे पर रखकर हंगामा काट रहे ग्रामीणों के ऊपर अचानक क्षेत्राधिकारी समेत पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया जिससे ग्रामीणों ने पुलिस पार्टी पर जोरदार पथराव कर दिया और एसडीएम की गाड़ी के शीशे चकनाचूर कर दिये। पूरे हंगामे में कई दरोगा और सिपाही जान बचाकर भागते नजर आये।
आक्रोशित भीड़ ने किसी को भी नहीं बख्शा, जो दिखा उसकी ओर पत्थर उछाल दिया। मामले को शांत कराने के लिए आसपास के थानों की भी पुलिस बुलानी पड़ी। बताते चलें कि चार दिन पूर्व, बीरपुर गाॅव में निर्माणाधीन गेस्ट हाउस में एक श्रमिक करेंट की चपेट में आ गया था। जिसकी इलाज के दौरान आज हैलट अस्पताल कानपुर में मौत हो गयी।
पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव वीरपुर गाॅव पहुंचा कि परिजनों व ग्रामीणों ने शव को कानपुर सागर राजमार्ग पर रखकर सड़क जाम कर मुआवजे की मांग के साथ गेस्ट हाउस मालिक के ऊपर कठोर कानूनी कार्यवाही को करने को लेकर हंगामा काटने लगे। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी घाटमपुर अरूण श्रीवास्तव के समझाने पर भी ग्रामीण सड़क खोलने को राजी नहीं हुए। ग्रामीण प्रशासन से लगातार मुआवजे की मांग करते रहे।
इसी दौरान मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी रवी कुमार सिंह के साथ पुलिस बल ने सड़क खुलवाने के लिए ग्रामीणों व परिजनों के ऊपर अचानक लाठीचार्ज कर दिया। जिस पर ग्रामीण भड़क गये और ग्रामीणों ने पुलिस व प्रशासन के वाहनों पर भीषण पथराव कर दिया। जिससे भयभीत होकर पुलिस व प्रशासनिक अफसर जान बचाकर भागे। कंट्रोल रूम की सूचना पर आसपास के थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा तब स्थिति काबू में हो सकी और पांच लाख रुपए मुआवजा को लेकर उपजिलाधिकारी के द्वारा आश्वासन दिया गया तब ग्रामीणों ने शव को हटा कर जाम खोला।
उपजिलाधिकारी घाटमपुर अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही गेस्ट हाउस मालिक के खिलाफ तहरीर मिलने पर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।