बुलंदशहर में एक सप्ताह से लापता वकील का शव दोस्त के गोदाम से मिला, खुर्जा में भारी तनाव

वकील धर्मेंद्र की हत्या का शक पैसों को लेकर किए जाने का संदेह है। उनका शव उनके एक दोस्त के ही गोदाम से बरामद हुआ। बुलंदशहर के खुर्जा कोतवाली क्षेत्र में तनाव है। पीएसी जवान तैनात किए गए हैं...

Update: 2020-08-01 07:19 GMT

जनज्वार। उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में 25 जुलाई को संदिग्ध परिस्थति में लापता हुए वकील धर्मेंद्र चौधरी का शव मिला है। धर्मेंद्र का अपहरण कर उनकी हत्या की गई है और और जान लेने के बाद अपराधियों ने उनके शव को आग भी लगा दिया और फिर खुर्जा इलाके में एक टाइल्स गोदाम के नीचे आठ फीट गहरे गड्ढे के नीचे दफन कर दिया। पुलिस ने इस मामले में पैसों के लेन-देन के विवाद में हत्या का मामला दर्ज किया है।

वकील धर्मेंद्र जब शुक्रवार की रात अचानक गायब हुए तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया, क्योंकि कानपुर अपहरण व हत्या कांड और गोरखपुर अपहरण व हत्या कांड से पुलिस पहले ही दबाव में थी। मामले की जांच के लिए मेरठ जोन के आइजी मौके पर पहुंचे थे और उनकी तलाश के लिए हर संभव प्रयास किया गया।

धर्मेंद्र वकालत करने के साथ प्रापर्टी डीलर के रूप में भी काम करते थे। मामला 70 लाख रुपये के लेन-देन से जुड़ा बताया जा रहा है।

उनके शव को देखने से यह स्पष्ट होता है कि उन पर धारदार हथियार से वार किया गया और पहचान छिपाने के लिए आग लगा दी गई, फिर उसे गहरे गड्ढे में दफना कर अपराधियों ने अपराध को ढकने की कोशिश की। शुक्रवार की रात उनका शव उनके एक दोस्त विक्की के गोदाम से मिला, जो पुलिस लाइन के पीछे ही स्थित है। उनके भाई गजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके भाई का अपहरण कर हत्या की गई है।

एसएसपी संतोष कुमार ने कहा कि इस मामले में कहा है कि 25 तारीख को अधिवक्ता के गायब होने की रिपोर्ट लिखायी गई थी और आठ टीमें मामले की जांच कर रही थी। आसपास के जिलों व अन्य प्रदेशों में भी तलाशी ली गई। शुक्रवार रात शव एक गोदाम से बरामद हुआ है और उनकी हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर की गई है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यह मामला उठाया है और उत्तरप्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि बता नहीं सरकार कब तक सोएगी। प्रियंका गांधी ने कहा है कि उत्तरप्रदेश में जंगल राज फैलता जा रहा है। अपराध व कोरोना दोनों नियंत्रण से बाहर है। बुलंदशहर शहर के धर्मेंद्र चौधरी का आठ दिन पहले अपहरण हुआ था। कल उनकी लाश मिली। कानपुर, गोरखपुर, बुलंदशहर। हर घटना में कानून व्यवस्था की सुस्ती है और जंगलराज के लक्षण हैं। पता नहीं सरकार कब तक सोएगी। 


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