UP के मैनपुरी में दबंगों ने एक ही परिवार के 6 लोगों को जिंदा जलाया, 3 की मौत और तीन की हालत गंभीर
मैनपुरी में पूरे परिवार को कुंडी बंद कर जलाकर खाक कर देने वाली इस खबर को न तो मीडिया ने तवज्जो दी और न ही पुलिस ने गंभीरता से लिया, अब तक मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ पायी है पुलिस...
मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में जुर्म कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं, बल्कि ऐसी घटनायें और अधिक बढ़ती जा रही हैं। अब सूबे के मैनपुरी जनपद में प्रजापति परिवार को 18 जून की रात को दबंगों ने जिंदा ही मिट्टी का तेल डालकर जलाकर मारने की कोशिश की है।
मैनपुरी जनपद के माघव नगर खरपरी थाना कोतवाली में प्रजापति समाज की पीड़िता ने मरने से पहले बयान दिया कि गांव के दबंग संजय सिंह और मुरारी बाथम ने हमारे पूरे परिवार को घर के अंदर बंद कर दिया। बाहर से कुंडी लगाकर केरोसिन डालकर पूरे परिवार को जिंदा जला दिया। इसमें 3 लोगों की मौत हो गयी और परिवार के तीन अन्य लोगों की भी बचने की कोई उम्मीद नहीं है।
जुर्म की यह वारदात तब सामने आयी है जब 18 जून यानी घटना वाले दिन से पहले पीड़ित पक्ष की तरफ से जगदीश प्रजापति पुत्र बच्चन लाल ने गांव के मुरारी बाथम से परिवार को जान का खतरा बताते हुए नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था, मगर पुलिस की तरफ से अभी तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। पीड़ित परिवार के मुताबिक पूरे परिवार को जलाकर मारने वाला मुख्य आरोपी संजय सिंह है, मगर घटना के बाद भी पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की है। मुख्य आरोपी संजय सिंह मुरारी के परिवार का ही सदस्य है, जिसकी रामबहादुर के परिवार को जलाने में मुख्य भूमिका बतायी जा रही है।
मैनपुरी के माघव नगर खरपरी थाना कोतवाली के जगदीश पुत्र बच्चन लाल जोकि मरने वाले रामबहादुर के भाई हैं, बताते हैं, 18 जून की देर रात लगभग साढ़े 12 बजे मेरे 48 वर्षीय भाई रामबहादुर, उनकी पत्नी 44 वर्षीय सरला देवी, पुत्री संध्या, 15 वर्षीय रोली, 19 वर्षीय शिखा तथा नाती 2 वर्षीय ऋषि के साथ घर में सोये हुए थे। तभी पड़ोस के रहने वाला मुरारी घर में आया और कमरे की बाहर से कुंडी लगा दी। इसके बाद उसने पूरे घर में बाहर से मिट्टी का तेल छिड़ककर जान से मारने के लिए आग लगा दी।
जगदीश कहते हैं, आग की लपटें देखकर जब चीख—पुकार मची तो मैं और मेरा परिवार बाहर निकलकर आया, पर तब तक आरोपी मुरारी बाथम भाग चुका था। जब सभी ने कमरे की कुंडी खोलकर देखा तो मेरे भाई रामबहादुर, उनकी पत्नी सरला देवी, पुत्री संध्या, रोली, सिखा तथा नाती ऋषि बुरी तरह जल चुके थे। उन्हें ग्रामीणों के साथ मिलकर हम लोग जिला अस्पताल मैनपुरी लेकर गए।
सभी की हालत बहुत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें पीजीआई सैफई रिफर कर दिया था, जहां रास्ते में 2 साल के ऋषि की मौत हो गई। ऋषि की मौत के बाद इलाज के दौरान 22 जून को रामबहादुर और उनकी पत्नी सरला की भी मौत हो गई। इसके अलावा तीन अन्य परिजन जिसमे संध्या, शिखा और पुत्री रोली शामिल हैं, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। तीनों की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है।
जगदीश के मुताबिक मेरे भाई के परिवार और हत्यारोपी मुरारी के परिवार के बीच इसी साल मार्च में होली वाले दिन झगड़ा हुआ था। इसी दौरान मुरारी ने रामबहादुर को जान से मारने की धमकी दी थी। इस हुए विवाद और धमकी के बाद दोनों परिवारों की आपस में बोलचाल तक बंद हो गयी थी। जगदीश कहते हैं कि मुरारी ने होली के झगड़े के बाद दी गयी धमकी को अब जाकर अंजाम दिया है, जबकि हमने इसकी आशंका को देखते हुए पुलिस के पास शिकायत की थी, मगर इसके बाद भी मुरारी ने मेरे भाई रामबहादुर के परिवार को जलाकर मार डाला।
इस मामले में कोतवाल माघव नगर जनपद मैनपुरी भानू प्रताप ने जनज्वार संवाददाता को बताया कि 18 जून की रात्रि में क़रीब एक बजे एक परिवार के 5 लोगों के आग से झुलसने की सूचना पुलिस को मिली थी। सभी को इलाज के लिए भिजवाया गया था। परिजनों द्वारा एक पड़ोसी युवक के ख़िलाफ़ नामज़द तहरीर दी गई, जिस पर विवेचना में आरोप सही पाते हुए ठोस सबूतों के साथ उस युवक को जेल भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस मामले में मजिस्ट्रेट द्वारा डीडी (इलाजरत घायलों के बयान) भी रिकॉर्ड किए गए हैं, जिसका पुलिस द्वारा अवलोकन किया जाना है।
इसी घटना से संबंधित एक वायरल वीडियो प्राप्त हुआ, जिसका संज्ञान लिया गया है। वीडियो व उसके तथ्यों के विषय में जाँच की जा रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर निष्पक्ष व कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
कोतवाल माघव नगर मैनपुरी भानू प्रताप सिंह ने जनज्वार से हुई बातचीत में बताया कि घटना को संज्ञान में लेते हुए हमने मुकदमा संख्या 390/2020 के तहत धारा 302/307/326A/ 736/सहित 506 में मुकदमा दर्ज कर आईओपी मुरारी को गिरफ्तार कर लिया है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही जल्दी ही उन्हें भी गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
मैनपुरी के इस मामले की वीडियो शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर प्रिया शुक्ला लिखती हैं, 'पांच दिन पहले यूपी के मैनपुरी में पूरे परिवार को जिंदा जला दिया गया किसी मीडिया में इसकी कोई खबर भी नहीं है। मैनपुरी में प्रजापति समाज का एक परिवार घर के अंदर सो रहा था, तभी पड़ोस के ही व्यक्ति मुरारी ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिसमें एक मासूम की मौत हो गई थी तथा अन्य लोगों को सैफ़ई हॉस्पिटल भर्ती कराया गया है।