Uttarpradesh News: सौतेली मां के साथ गई तीन बहनों का मिर्जापुर के जंगल में मिला कंकाल

Uttarpradesh news : बालिका के पिता देवीदास और सौतेले मामा रमाकांत से कड़ाई से पूछताछ कर बयान दर्ज किया गया है, फोरेंसिक टीम घटनास्थल की बारीकी से जांच पड़ताल कर कंकालों को पोस्टमार्टम व डीएनए टेस्ट के लिए ले गई..

Update: 2021-09-22 16:38 GMT

(उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर स्थित हर्रा के जंगल मे तीन मानव कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई)

मिर्जापुर से संतोष देव गिरि की रिपोर्ट

Uttarpradesh News : (मिर्जापुर)। जिले के हलिया थाना क्षेत्र के हर्रा जंगल (Harra Forest) में बेलाही गांव निवासी तीन सगी बहनों का कंकाल (structure) मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे बालिका के पिता देवीदास कोल ने बालिकाओं के कपड़े से कंकालों का शिनाख्त किया। बुधवार सुबह दस बजे के करीब हर्रा जंगल में तीन मानव कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को मिली। पिता की सूचना पर हलिया पुलिस ने हर्रा जंगल में पहुंचकर जांच पड़ताल की और पिता देवीदास और सौतेली मां सीमा उर्फ बिटोल के भाई रमाकांत से कंकालों के संबंध में जानकारी ली और बयान दर्ज किया।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के बेलाही गांव निवासी देवीदास कोल की मृत पहली पत्नी से तीन बेटियां थी। देवीदास की पहली पत्नी की मौत होने के बाद देवीदास ने थाना क्षेत्र के बेलगवां (Belganavan) गांव निवासी सीमा के साथ दूसरी शादी कर ली थी। देवीदास कोल की पत्नी सीमा अपने तीनों सौतेली बेटियों गोलू (12), ममता (10) मुन्नी (8) को लेकर कमाने के लिए बीते 16 अगस्त को इंदौर के लिए रवाना हुई थी। कोरांव (Kirae) की सुनीता भी प्रयागराज (Prayagraj) से साथ में गई थी। काम नही मिलने पर सभी लोग इंदौर स्टेशन (Indor station) पर रहते थे। पांच दिन बीत जाने के बाद सीमा भाई के बुलाने पर बेटियों को सुनीता को सौंपकर घर वापस लौट आई।

बीते 27 अगस्त को पति देवीदास कोल व भाई रमाकांत कोल के साथ सीमा इंदौर गई, लेकिन वहां न तो तीनों बालिकाएं मिलीं, न ही सुनीता कोल। काफी खोजबीन के बाद बालिकाओं का पता नही चलने पर सीमा अपने पति व भाई के साथ घर लौट आई। इसके बाद बीते 2 सितम्बर को थाने में बालिकाओं के लापता होने की तहरीर दी गई। मंगलवार को बालिकाओं के सौतेले मामा रमाकांत ने बालिकाओं के पिता को सूचना दी कि तीन बालिकाओं का मानव कंकाल हर्रा जंगल में मिला है।

अपने साले की सूचना पर देवीदास हर्रा जंगल में गया और कपड़ों को देखते ही बताया कि यह तो बेटियों के कपड़े हैं। बुधवार सुबह देवीदास कोल ने थाने में तहरीर देकर बताया कि हर्रा जंगल में तीन मानव कंकाल मिले हैं उनके पास मिले कपड़े उसकी बेटियों के हैं। थाना क्षेत्र में तीन नर कंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस के हाथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे सीओ लालगंज (Lalganj CO) उमाशंकर सिंह, प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह चौकी प्रभारी मतवार रामनगीना यादव ने घटना स्थल की जांच पड़ताल की।

इसके बाद बालिका के पिता देवीदास और सौतेले मामा रमाकांत से कड़ाई से पूछताछ कर बयान (statement) दर्ज किया गया। हर्रा जंगल में फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से जांच पड़ताल कर तीनों नर कंकालों के पोस्टमार्टम व डीएनए टेस्ट के लिए ले गई।

मानव कंकाल मिलने की सूचना पर सौतेली मां सीमा हुई फरार

मंगलवार को बालिकाओं के सौतेले मामा रमाकांत को सगरा गांव निवासी उसकी चचेरी बहन ने फोन से सूचना दी कि हर्रा जंगल में चरवाहे तीन मानव कंकाल मिलने की चर्चा कर रहे हैं। बहन की सूचना पर चरवाहों के बताए गए स्थान पर जीजा देवीदास कोल को लेकर रमाकांत हर्रा जंगल में गया। वहां कपड़ो से तीनों बालिकाओं की पहचान परिजनों ने की।

सवाल यह उठता है कि जब तीनों बालिकाओं को सौतेली मां इंदौर लेकर गयी थी तो हर्रा जंगल में तीनों का कंकाल कैसे पहुंचा। सौतेली मां सीमा कोल का घर से अचानक गायब होना भी क़ई तरह की आशंकाएं पैदा कर रहा है। बालिकाओं के मिले कंकाल से यही जाहिर होता है कि तीनों बालिकाओं की निर्ममता पूर्वक हत्या (murder) कर शव को जंगल में फेंक दिया गया था।

फिलहाल मामले की छानबीन में पुलिस जुटी हुई है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि तीनों मानव कंकालों को पोस्टमार्टम (Postmortem) व डीएनए टेस्ट (DNA test) के लिए भेज दिया गया है। मामले की गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है। फरार सौतेली मां की भी तलाश की जा रही है। पिता व सौतेले मामा को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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