Varanasi News: बजरंग दल का फरमान, गंगा घाटों पर गैर-हिन्दू ना करें प्रवेश, कहा-निवेदन नहीं चेतावनी है

Varanasi News: नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के गंगा घाटों पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध वाले पोस्टर लगाए गए। ये पोस्टर विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल द्वारा लगाए गए। काशी के गंगा घाटों के अलावा और भी मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगाने की योजना है।

Update: 2022-01-07 14:27 GMT

Varanasi News: नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के गंगा घाटों पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध वाले पोस्टर लगाए गए। ये पोस्टर विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल द्वारा लगाए गए। काशी के गंगा घाटों के अलावा और भी मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगाने की योजना है। हालांकि, पुलिस की ओर से इन पोस्टरों को हटाने का काम किया जा रहा है। उधर, बजरंगदल काशी महानगर संयोजक निखिल त्रिपाठी 'रुद्र' का कहना है। अब हिंदू समाज को अपनी ताकत दिखाते हुए धर्म और समाज की रक्षा के लिए स्वयं आगे आना होगा।

काशी के पंचगंगा घाट, रामघाट, मणिकर्णिका घाट, दशाश्वमेध से लगायत अस्सी घाट तक विहिप व बजरंगदल की ओर से यह पोस्टर लगाये गए हैं। जिनमें साफ तौर पर लिखा गया है कि बनारस (काशी) के गंगा घाट पर गैर-हिंदू का प्रवेश वर्जित है। विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा कि ये धर्म की रक्षा के लिए किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, काशी के गंगा घाटों के अलावा और भी मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगाने की योजना है। फिलहाल पुलिस इस मामले पर बोलने से बच रही है। हालांकि, पुलिस की ओर से इन पोस्टरों को हटाने का काम किया जा रहा है।


वहीं, बजरंग दल के नगर संयोजक निखिल त्रिपाठी 'रुद्र' ने कहा कि इन पोस्टरों के माध्यम से घाट को 'पिकनिक स्पॉट' मानने वालों को 'स्पष्ट' संदेश दिया गया है। उन्होंने कहा, "हम उन्हें गंगा के घाटों से दूर रहने की चेतावनी दे रहे हैं, क्योंकि यह पिकनिक स्थल नहीं बल्कि 'सनातन' संस्कृति का प्रतीक है।"

इसके अलावा विहिप के नगर सचिव राजन गुप्ता ने कहा कि जिन्हें सनातन धर्म का सम्मान नहीं है, उन्हें घाटों और मंदिरों में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा, "अगर वे सनातन धर्म का सम्मान करते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।" पोस्टर में कहा गया है कि "यह एक अनुरोध नहीं बल्कि एक चेतावनी है"। बता दें कि बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक वाराणसी आते हैं और स्थानीय लोगों से बातचीत करते हुए घाटों पर घंटों बिताते हैं।

Tags:    

Similar News