सोशल मीडिया पर विकास दुबे : इनकाउंटर तो गोडसे और कसाब का भी नहीं किया गया...'प्लांटेड है...'
सुबह से ही विकास दुबे के इनकाउंटर पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं। प्रतिक्रिया देने वालों में नेता, पत्रकार, सोशल एक्टिविस्ट व आम लोग सभी शामिल हैं...
जनज्वार। कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे के शुक्रवार की सुबह पुलिस इनकाउंटर में मारे जाने के बाद सोशल मीडिया पर यह मामला टाॅप ट्रेंड में है। विकास दुबे से जुड़े कई तरह के हैशटैग भी चल रहे हैं और हर वर्ग के लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोग पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने के तरीके पर भी सवाल उठा रहे हैं।
पूर्व पत्रकार व जेएनयू के रिसर्च स्काॅलर प्रेमचंद यादव ने पुलिस की गाड़ी पलटने की तसवीर ट्वीट करते हुए लिखा : गाड़ी बहुत आराम से पलटी, डिवाइडर तक को खरोंच नहीं आई।
एक्टिविस्ट दीपक रंजीत ने ट्विटर पर लिखा एक सिक्यूरिटी गार्ड के समक्ष सरेंडर करने वाला व्यक्ति सशस्त्र बल के सामने भागने की कोशिश क्यों करेगा। भैया जी कहानी तो ठीक से बनाते। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा: विकास दुबे का नाम जिले या उत्तरप्रदेश के टाॅप - 10 बदमाशों में शामिल नहीं था, जबकि उसके ऊपर 60 आपराधिक मुकदमे चल रहे थे।
एक सिक्युरिटी गार्ड के समक्ष सरेंडर करने वाला व्यक्ति सशस्त्र बल के सामने भागने का कोशिश क्यों करेगा?
— DEEPAK RANJEET (@DeepakRanjeetz) July 10, 2020
भैया जी कहानी तो ठीक से बनाते. #VikasDubey #VikasDubeyArrested #vikasDubeyEncounter pic.twitter.com/l6NVodIROb
वहीं, वरिष्ठ पत्रकार शकील अख्तर ने फेसबुक पर लिखा : इनकाउंटर तो नाथूराम गोडसे और कसाब का भी नहीं किया गया...मुकदमे चले। न्यायिक प्रक्रिया पूरी हुई। उसके बाद फांसी हुई।
पूर्व आइएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा : पहले विकास दुबे सफारी तें सफर कर रहा था, फिर उसने 30-40 पुलिस वालों से लड़ कर पुलिस वालों से लड़ कर अपनी गाड़ी बदलवाई और कहा कि मुझे टीयूवी में बैठना है, फिर कुछ मिनट बाद टीयूवी पलटी, विकास हथियार लेकर भाग और अपनी जान पर खेल कर पुलिस ने उसे मार गिराया, आप क्रोनोलाजी समझिए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा गाड़ी इतनी सलीके से पलटी गई है कि चश्मदीद भी बोल रहे हैं प्लांटेड है।
सूर्य प्रताप सिंह ने एक फिल्मकार अनुराग कश्यप को ट्वीट करते हुए लिखा : क्या आप किसी फिल्म या वेब सिरीज के लिए लेखकों को ढूढ रहे हो? आप यूपी एसटीएफ से संपर्क कर सकते हैं, यहां काफी प्रतिभाशाली स्क्रिप्ट राइटर बेमतलब पुलिस की नौकरी में अपना वक्त बर्बाद कर रहे हैं।
पलटी हुई गाड़ी इतनी सलीके से पलटी गयी है कि चश्मदीद भी बोल रहे हैं 'प्लांटेड है'। pic.twitter.com/v8de3DSaxG
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 10, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा कि गाड़ी पलटी नहीं है, सरकार बचाने के लिए पलटवायी गई है।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आइपी सिंह ने लिखा : यूपी सरकार आत्मनिर्भर बन गई है अब उसे अदालतों की जरूरत नहीं है। एक दूसरे ट्वीट में लिखा आपने गाड़ी पलटवायी जनता सरकार पलट देगी।
पीएम @narendramodi जी देश की जेलों में जो दुर्दांत आतंकवादी बन्द है अपराधी बन्द है जिन्होंने सैकड़ों लोगों की हत्या कीहै उन्हें जेल से बाहर निकालिए और फर्जी एनकाउंटर में गोलियों से छलनी करा दीजिये,देश में भारतीय दंड प्रक्रिया और न्यायपालिका को समाप्त कीजिए।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) July 10, 2020
गोली का बदला गोली से