महोबा के व्यवसाई की मौत कौन है जिम्मेदार, जानिए, आखिर एसएसपी को कौन बचा रहा है?

यूपी के एक आईपीएस अधिकारी पर हत्या कराने का आरोप लग रहा है। मामले में एक व्यापारी ने इस पुलिस अधिकारी पर हत्या सहित धमकी देने और फिरोती मांगने के गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके 24 घंटे के भीतर ही व्यापारी पर हमला हुआ गोली मारी गई और कानपुर के अस्पताल में उनकी मौत गई।

Update: 2020-09-14 16:41 GMT

ब्राह्मण व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने आत्महत्या से पहले लगाया था आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर रिश्वत मांगने का आरोप

जनज्वार। यूपी के एक आईपीएस अधिकारी पर हत्या कराने का आरोप लग रहा है। मामले में एक व्यापारी ने इस पुलिस अधिकारी पर हत्या सहित धमकी देने और फिरोती मांगने के गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके 24 घंटे के भीतर ही व्यापारी पर हमला हुआ गोली मारी गई और कानपुर के अस्पताल में उनकी मौत गई।

आरोपी पुलिस अधिकारी का नाम मणिलाल पाटीदार बताया जा रहा है जो कि महोबा जिले का पूर्व एसएसपी था। व्यापारी की गर्दन में गोली लगी थी और उसकी कार महोबा टाउन के हाईवे पर मिली थी, अस्पताल में गंभीर हालात में आज उसकी मौत हो गई।

एसएसपी पाटीदार जिसे पिछले सप्ताह यूपी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में सस्पेंड कर दिया था पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदत्यनाथ के आदेश पर जबरन वसूली के आरोप ये कार्रवाई की गई थी। मृत व्यवसायी के परिवार की एक शिकायत के आधार पर, बाद में इस एसपी पर हत्या और साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।

लेकिन इस अधिकारी को अभी तक किसी भी मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने अभी तक उनसे या अन्य पुलिस से पूछताछ नहीं की है जिनके नाम एफआईआर में दर्ज हैं, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आज दावा किया कि पुलिस अधीक्षक आज उपलब्ध नहीं थे और पुलिस की टीमें उनकी तलाश कर रही हैं।

कानपुर के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने मीडिया को बताया जब से व्यवसायी की मृत्यु हुई है हत्या के प्रयास के मामले से यह अब हत्या का मामला बन जाएगा। हम उन्हें (एसएसपी को) पूछताछ के लिए लाएंगे क्योंकि यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है, लेकिन उक्त एसपी उपलब्ध नहीं है। हमने उनकी और एफआईआर में दर्ज अन्य नाम के लोगों की तलाश के लिए एक टीम भेजी है। हम उनसे सवाल करेंगे।

आपको बता दें कि इंद्रकांत त्रिपाठी के रूप में पहचाने जाने वाले कारोबारी को गोली किसने मारी यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है या हाइवे पर उसकी ऑडी के अंदर उसकी गर्दन में गोली लगने से वह कैसे खत्म हो गया, ये भी बड़ा सवाल है।

इसके अलावा खनन के लिए विस्फोटकों का सौदा करने वाले त्रिपाठी ने अपनी मृत्यु से पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें उसने पाटीदार पर भ्रष्टाचार धमकी और डराने के आरोप लगाए और कहा कि अगर वह किसी भी तरह से मर गए तो अधिकारी को दोषी ठहराया जाना चाहिए।

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