ऑक्सीजन की कमी बताने पर योगी सरकार ने IAS सूर्य प्रताप पर लंका से कराया मुकदमा
जबरिया रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ट्वीट करते हैं 'चौथा मुक़दमा: मिलिए UP के सबसे दुर्दांत आदतन अपराधी @suryapsingh_IAS से, बेहद दुखद, बेहद कष्टप्रद। ऐसे हालत तो शायद इमरजेंसी में ही रहे हों'...
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना, शासन और सरकार के बीच नूराकुश्ती चल रही है। खबर है कि आईएएस सूर्य प्रताप सिंह पर बनारस का एक वीडियो ट्वीट करने पर योगी सरकार ने मुकदमा दर्ज कर दिया है। बता दें कि सूर्य प्रताप सिंह पर सत्ता की कमियों तथा नाकामियों को उजागर करने को लेकर यह चौथा मुकदमा है।
दरअसल वाराणसी में योगी आदित्यनाथ का दौरा था। इसी दौरान रविवार 9 मई को सूर्य प्रताप द्वारा एक वीडियो ट्वीट करना महंगा पड़ गया। पुलिस ने इस मामले को पुराना तथा गलत करार देते हुए शोसल मीडिया में भ्रामक तथ्यों के साथ अफवाह फैलाने के आरोप में आईएएस के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कल बनारस का एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें ऑक्सीजन की कमी से एक मरीज की मौत हो गई थी। सूर्य प्रताप अपने ट्वीट में लिखते हैं 'योगी जी, कल ही आप बरेली गए थे ना, ऑक्सीजन ख़त्म होने से मृत इस युवक की पत्नी की चीत्कार सुन लो l आपके भ्रमण केवल अखबारी खाना पूरी हैं लेकिन परिणाम तो शून्य हैंl'
सूर्य प्रताप पर वीडियो ट्वीट करने को लेकर हुए मुकदमें पर जबरिया रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ट्वीट करते हैं 'चौथा मुक़दमा: मिलिए UP के सबसे दुर्दांत आदतन अपराधी @suryapsingh_IAS से, बेहद दुखद, बेहद कष्टप्रद। ऐसे हालत तो शायद इमरजेंसी में ही रहे हों।'
खुद पर मुकदमा होने की बाबत सूर्य प्रताप ट्वीट करते हैं 'उत्तरप्रदेश पुलिस की प्राथमिकता का जवाब नहीं। बनारस में घटित हुई इस 'सत्य घटना' को ट्वीट करने पर मेरे ऊपर मुक़दमा लिख दिया गया है। आरोप है 'घटना तो पहले हुई, ट्वीट आज कैसे कर दिया गया।' आपको तकलीफ बस इतनी सी है की मैं आक्सीजन पर सवाल क्यूँ पूछ रहा हूँ।'