UP : नौकरी से निकालने के बाद सफाई मजदूर ने की आत्महत्या, भाई से फोन पर कहा आज है मेरी जिंदगी का आखिरी दिन

सफाई मजदूर अनिल कुमार के परिवार में तीन बेटे, तीन बेटियां और पत्नी शामिल है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अनिल की पत्नी रोते हुए एक ही बात कह रही है कि मैडम ने मेरे पति को नौकरी से निकाल दिया....

Update: 2020-09-17 12:01 GMT

गौतमबुद्धनगर। नोयडा में एक सफाई कर्मचारी ने कल बुधवार 16 सितंबर को आत्महत्या कर ली है। आज 17 सितंबर को करीब सवा 10 बजे थाना सेक्टर 24 को इस घटना की सूचना मिली, जिसमें बताया गया कि ग्राम मोरना में रहने वाले 35 वर्ष के अनिल कुमार ने अपने कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली।

ये घटना ऐसे समय हुई है जब पिछले 15 दिन से सफाई कर्मचारी प्राधिकरण के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सफाई कर्मचारी प्राधिकरण के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का आदेश दिया गया है। इसी आदेश की सूचना मिलने के बाद कल 16 सितंबर की बीती रात करीब 9:30 बजे सफाई कर्मचारी अनिल कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

हालांकि मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने कहा, सफाईकर्मी ने नौकरी से निकाले जाने के बाद ये कदम उठाया गया, इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते। हालांकि आत्महताओं के कारणों का पता लगाया जा रहा है, लेकिन अभी तक जो जानकारी मिली है उसमें मृतक शराब पीने का आदी था। वहीं गृह क्लेश भी मृत्यु का कारण हो सकता है, फिलहाल जांच जारी है।

प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद कल 16 सितंबर को तीन कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठ गये। कल ही नोएडा प्राधिकरण ने बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का आदेश दिया था, जिसकी सूचना अनिल कुमार को भी मिली। अनिल नोएडा सेक्टर 35 के पास स्थित मोरना गांव में अकेला रहता था। कल 16 सितंबर को नौकरी से निकाले जाने का आदेश आने के बाद अनिल ने मेरठ में रहने वाले अपने भाई राहुल को शाम 7:00 बजे फोन किया और कहा कि मुझे नौकरी से निकाल दिया गया है, आज मेरी जिंदगी का आखिरी दिन है और रात 9:30 बजे परिवार वालों यह दुखद खबर पहुंची कि अनिल फांसी लगाकर अपनी जान दे चुका है।

सफाई मजदूर अनिल कुमार के परिवार में तीन बेटे, तीन बेटियां और पत्नी शामिल है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अनिल की पत्नी रोते हुए एक ही बात कह रही है कि मैडम ने मेरे पति को नौकरी से निकाल दिया।

जानकारी के मुताबिक अनिल के परिवार में कोई कलह और समस्या नहीं था। उसे बस इसी कात का डर था कि कोरोना महामारी काल में जब नौकरियों के अवसर समाप्त हो रहे हैं, ऐसे में अगर नोएडा प्राधिकरण ने निकाल दिया तो वह अपने 6 बच्चों और पत्नी का भरण पोषण कैसे करेगा?

नोएडा प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी तथा उप महाप्रबंधक एस.सी. मिश्रा ने बताया कि, आज मैकेनिकल स्वैपिंग कम्पनी मैसर्स चेन्नई एम.एस. डबल्यू के कर्मचारी अनिल की आत्महत्या करने की सूचना प्राप्त हुई। हालांकि वह यहां साफ झूठ बोल जाते हैं कि मृतक अनिल कुमार के परिजनों द्वारा बताया गया कि अनिल ने अपने पारिवारिक एवं निजी कारणों से आत्महत्या की है, हो सकता है नौकरी दिलाये जाने की बात पर अनिल के परिजन झूठ बोलने को मजबूर हो जायें, मगर सच यही है कि नौकरी जाने के बाद उसने जान दी

उन्होंने बताया, मैकेनिकल स्वैपिंग कम्पनी मैसर्स चेन्नई एम एस डबल्यू कंपनी से पता करने पर प्रोजेक्ट इंचार्ज अमित वर्मा ने जानकारी दी कि कर्मचारी 4 सितम्बर से कार्य से अनुपस्थित था। वहीं उनकी आकस्मिक मृत्यु पर शोक भी व्यक्त किया और आश्वस्त किया कि परिवार को उचित आर्थिक मदद प्रदान की जायेगी और यदि उनके परिवार का कोई सदस्य इच्छुक हो तो मृतक अनिल के स्थान पर उन्हें मैसर्स चेन्नई एम एस डबल्यू कम्पनी में नौकरी दी जायेगी।

दरअसल, 2 सितंबर से विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर थे, दो दिन से सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण कार्यालय के सामने धरने पर बैठे थे। मंगलवार 15 सितंबर को कर्मचारियों ने धरने के दौरान धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी भी दी थी। इस मामले में सेक्टर-20 कोतवाली में कर्मचारी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

कर्मचारियों की मांग है कि प्राधिकरण ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर, सीधी भर्ती ले और सभी कर्मचारियों को नियमित करे। प्राधिकरण द्वारा सभी कर्मचारियों को वेतन जारी किया जाए। कर्मचारियों की हाजिरी मोबाइल ऐप से न लगाई जाए। साथ ही कर्मचारियों को एक समान ही वेतन दिया जाए।

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