दुनियाभर में कोरोना से हुईं अब तक 59,197 मौतें, पिछले 24 घंटों में 1500 सिर्फ अमेरिका में

Update: 2020-04-04 05:42 GMT

अमेरिका में अब तक कोरोना से 7,402 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, जबकि पिछले 24 घंटों में 1480 लोगों की मौत हुई है। एक दिन में दुनिया में कोरोना से होने वाली मौतों में ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है...

जनज्वार। दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 59,197 पहुंच गया है, जबकि कुल 1,099,885 इससे संक्रमित हुए हैं। यह आंकड़ा www.worldometers द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के आधार पर है। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक ही अमेरिका में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।

मेरिका में अब तक कोरोना से 7,402 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, जबकि पिछले 24 घंटों में 1480 लोगों की मौत हुई है। एक दिन में दुनिया में कोरोना से होने वाली मौतों में ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है। यह किसी भी देश में एक दिन में सबसे अधिक मौत है। न्यूयॉर्क अमेरिका में कोरोना का केंद्र बन चुका है, जहां कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख से अधिक है।

मेरिका में इससे पहले भी एक दिन में सबसे अधिक मौत का आंकड़ा सामने आया था, जिसमें 1,169 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।

जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ट्रैकर के मुताबिक, गुरुवार 2 अप्रैल की रात 8.30 बजे से शुक्रवार रात 8.30 बजे के बीच 1,480 लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक मौतें न्यूयॉर्क में हुई हैं, जहां 3 हजार से अधिक कोरोना मरीजों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

मेरिका में न्यूयॉर्क और कैलिफॉर्निया में जगह-जगह तख्ता और बैनर लिए नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। वो ट्रंप सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें बेहतर उपकरण उपलब्ध कराए जायें, क्योंकि अगर उन्हें सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराये गये तो ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना की जद में आ जायेंगे, जिससे लोगों को बचाना मुश्किल हो जाएगा।

मेरिका में कुल 276,500 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। कोरोना से लगातार बिगड़ते हालातों के बाद अब राष्ट्रपति ट्रंप ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सेना को जिम्मेदारी सौंप दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार 3 अप्रैल को कहा कि युद्ध जैसी इस स्थिति से लड़ने के लिए कोई भी बेहतर तरीके से तैयार नहीं है। हम कोरोना वायरस से लड़ने में अपने प्रयास के तहत सेना की जिम्मेदारी बढ़ाने जा रहे हैं, क्योंकि इस युद्ध जैसी स्थिति से लड़ने के लिए कोई बेहतर तरीके से तैयार नहीं है। हम युद्ध जैसी स्थिति में है। एक अदृश्य दुश्मन सामने खड़ा है।'

न्यूयॉर्क जिसने 9/11 का सबसे खौफनाक आतंकी मंजर देखा था और उसमें हजारों लोग मारे गये थे, कोरोना का कहर उससे भी ज्यादा भयावह है। अकेले न्यूयार्क में कोरोना वायरस के जितने मरीज हैं, वह संख्या कई देशों से भी अधिक है। इसने कोरोना के केंद्र रहे चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। गौरतलब है कि 9/11 के आतंकी हमले में 2,996 लोगों की मौत हुई थी, मगर कोरोना से अमेरिका में हुई कुल मौतों का आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा पहुंच गया है।

स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में दुनियाभर के बेहतरीन देशों में शुमार अमेरिका में कोरोना की भयावहता से लोग दहशत में हैं तो प्रशासनिक अधिकारी राष्ट्रपति डोनाल्प ट्रंप पर भी दोष मढ़ रहे हैं कि देश को इस स्थिति में धकेलने के लिए उनकी स्थितियां जिम्मेदार हैं।

न्यूयॉर्क के मेयर ट्रंप की तैयारी से खुश नहीं हैं और उन्होंने 1000 नर्स, 150 डॉक्टर और 130 रेस्पायरेटरी थेरेपिस्ट की मांग की है। न्यूयॉर्क शहर को अभी भी 3000 वेंटिलेटर की जरूरत है और उन्होंने शहर में सेना के मेडिकल कर्मियों को तैनात करने की मांग की है। मेयर ने कहा कि वे ऐक्शन के लिए नहीं लगाए गए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप को ऑर्डर देना होगा।

Tags:    

Similar News