आरोग्य सेतु ऐप के 9 करोड़ यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में, जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2020-05-06 10:14 GMT

कोरोनो वायरस के संक्रमण के प्रति लोगों को आगाह करने के लिये बनाये गये सरकारी ऐप आरोग्य सेतु को अब तक करीब नौ करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है लेकिन इसे लेकर एक फ्रेंच हैकर ने दावा किया है कि इस ऐप में एक खामी है जिसकी वजह से 9 करोड़ यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है...

जनज्वार। कोरोनो वायरस के संक्रमण के प्रति लोगों को आगाह करने के लिये बनाये गये सरकारी ऐप आरोग्य सेतु को अब तक करीब नौ करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है लेकिन इसे लेकर एक फ्रेंच हैकर ने दावा किया है कि इस ऐप में एक खामी है जिसकी वजह से 9 करोड़ यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है। इस फ्रेंच हैकर का नाम है रॉबर्ट बैप्टिस्ट (Robert Baptiste) जिसने कहा है कि उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप में बड़ी खामी ढूंढी है। उन्होंने एक ट्वीट में आरोग्य सेतु ऐप को टैग करते हुए कहा है, 'आरोग्य सेतु ऐप की सिक्योरिटी में खामी मिली है। 9 करोड़ भारतीय यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है, क्या आप प्राइवेट में कॉन्टैक्ट कर सकते हैं।'

ता दें कि रॉबर्ट बैप्टिस्ट वही हैं जिन्होंने आधार लीक का खुलासा किया था। इसके अलावा भी दुनिया भर के कई डेटा लीक्स का ये खुलासा कर चुके हैं। इस ट्वीट के लगभग एक घंटे बाद उन्होंने एक बार फिर से ट्वीट किया जिसमें उन्होंने दावा किया कि आरोग्य सेतू ऐप को लेकर उनके ट्वीट के 49 मिनट के बाद मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक एंड इनफॉर्मेशन टेक्नॉलजी ने उनसे संपर्क किया है।

दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'मेरे ट्वीट के 49 मिनट के बाद कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम यानी CERT और नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) की टीम ने संपर्क किया और मैने इस ऐप की खामी के बारे में उन्हें बताया है।' उन्होंने कहा है कि वो इस खामी के ठीक किए जाने का इंतजार कर रहे हैं और इसके बाद इसके बारे में बताएंगे।

गौरतलब है कि इस ऐप में जल्दी ही टेलीफोन के माध्यम से चिकित्सक के परामर्श की सुविधा जोड़ी जाने वाली है। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने इसकी जानकारी दी। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी अभियान को मजबूती देने को लेकर सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिये आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है।

संगठनों के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है कि यह ऐप सभी कर्मचारियों के फोन में हो। कांत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आरोग्य सेतु ऐप को अब तक करीब नौ करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। इसमें टेलीमेडिसिन (टेलीफोन के माध्यम से चिकित्सक के परामर्श) की सुविधा को जोड़ा जा रहा है।" यह मोबाइल ऐप उपयोगकर्ताओं को यह जानने में मदद करता है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा है या नहीं।

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