सुधा भारद्वाज के समर्थन में उतरे भिलाई के सफाई कर्मचारी, अरनब गोस्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी

Update: 2018-07-08 08:41 GMT

सफाई कर्मचारी कहते हैं मजदूरों—मजबूरों की आवाज सुधा दीदी पर अरनब गोस्वामी ने लगाया है सरासर झूठा आरोप, हम कराएंगे उस पर एफआईआर दर्ज

जनज्वार, छत्तीसगढ़। हास्पिटल सेक्टर 9 भिलाई में रहने वाले अधिकतर लोग सफाईकर्मी हैं, इनकी जनसंख्या लगभग 4800 है और इनके 666 क्वाटर हैं। इन क्वाटरों में रहने वालों के माता—पिता जो भिलाई इस्पात संयंत्र स्थाईकर्मी थे, आज ये परिवार वहीं ठेका श्रमिक हो गये हैं और भिलाई इस्पात संयंत्र के हास्पिटल से लेकर क्वाटरों में सफाई का काम करते हैं।

अपनी मांगों के लिए संघर्षरत इन सफाईकर्मियों की ढाल बनकर खड़ी हुईं जनवादी वकील सुधा भारद्वाज। सुधा भारद्वाज ने सफाईकर्मियों के घर ढहाने के खिलाफ उच्च न्यायालय बिलासपुर से स्टे लिया। इन्हीं सुधा भारद्वाज को जब टीवी एंकर अरनब गोस्वामी ने नक्सली कह अपना निशाना बनाया है तो ये सब मजदूर होकर अरनब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में हैं।

सफाई मजदूर कहते हैं हम सुधा दीदी के योगदान को कभी नहीं भूल सकते। उनके ऊपर अरनब गोस्वामी ने जो आरोप लगाये हैं, वह सरासर झूठे हैं। उनको सिरे से खारिज करते हुए सफाईकर्मियों ने निर्णय लिया है कि जल्द ही अरनब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी।

अरनब गोस्वामी सुधा भारद्वाज को पहले जानो, फिर जुबान खोलो

गौरतलब है कि भिलाई के सफाईकर्मी इन क्वाटरों में पिछले 25 से 30 साल से यहीं रह रहे हैं। इस बीच हास्पिटल सेक्टर के सभी मजदूरों के लिये बीएसपी द्वारा जमीन देने का वादा किया और नगर निगम ने कहा हम मकान बना के देंगे, परन्तु अभी तक इनको मकान नहीं दिया गया। हर सत्ताधारी पार्टी इनको चुनाव में इस्तेमाल करती है।

ये सफाईकर्मी जैसे राजनेताओं के लिए वोट डालने की मशीन बन चुके हैं। इनको मूलभूत जरूरतें मुहैया कराने का वादा करने वाले कितने लोग मंत्री, विधायक, महापौर, पार्षद चुने जा चुके हैं, लेकिन इन सफाईकर्मियों का सुध कोई नहीं ले रहा है।

गौरतलब है कि भिलाई इस्पात संयंत्र की तरफ से बार बार क्वाटर जर्जर हैं इन्हें खाली करो का नोटिस दिया जाता रहा है। नाराज सफाईकर्मियों ने मेहनतकश आवास अधिकार संघ संगठन का निर्माण किया और आंदोलनरत हो गया।

भिलाई इस्पात संयंत्र और वर्तमान में सरकार के मंत्रियों ने मिलीभगत कर इनके क्वाटरों को तोड़ने के लिए बुलडोजर लेकर दो क्वाटर ढहा दिये। सफाईकर्मियों के ऊपर लाठीचार्ज भी किया गया। इसमें कई महिला—पुरुषों को चोट भी आई। इस पूरे आंदोलन में सफाईकर्मियों की कई संगठनों ने मदद की।

छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति की सुधा भारद्वाज पूरे आंदोलन में सफाई कर्मचारियों के साथ रहीं। आज जब रिपब्लिक टीवी के एंकर अरनब गोस्वामी ने सुधा भारद्वाज को नक्सलवादी कहा है तो पूर सफाई कर्मचारी बहुत गुस्से में हैं।

सफाई कर्मचारी कहते हैं सुधा दीदी और उनके सहयोगी वकील साथियों ने मिलकर हमारे घर ढहाने के खिलाफ उच्च न्यायालय बिलासपुर से स्टे लिया। सुधा दीदी हम सफाई कर्मियों के घर घर जाकर संगठित रहने और कानूनी लड़ाई लड़ते रहने सलाह भी देती रहीं। वर्तमान में सफाईकर्मियों की कानूनी लड़ाई और सड़क की लड़ाई दोनों जारी हैं।

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