बीजेपी का दिल्ली-हरियाणा में सूपड़ा होगा साफ, आप-कांग्रेस की एकता की खबर

Update: 2019-04-05 04:24 GMT

देश की जनता की चाहत के मुताबिक आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली और हरियाणा में लोकसभा चुनाव साझे में चुनाव लड़ने का किया है फैसला

इतना तो तय है कि 17 लोकसभा सीटों वाले इन दोनों राज्यों में कांग्रेस—आप गठबंधन हुआ तो इन सभी सीटों पर जीत है सुनिश्चित

जनज्वार, दिल्ली। तमाम अगर—मगर के बीच दिल्ली और हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की खबरें आ रही हैं। आप पार्टी सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनावों में बीजेपी का सूपड़ा साफ करने के मकसद से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच तमाम टकरावों को भूलते हुए हरियाणा—दिल्ली में साझे में लोकसभा चुनाव लड़ने की सहमति बन गयी है।

पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि पंजाब में भी यह एका बनने की पूरी संभावना है, वहां को लेकर दोनों दलों में बातचीत हो रही है।

कहा यह भी जा रहा है कि कांग्रेस अपने मेनिफेस्टो में संशोधन कर दिल्ली को 6 महीने में पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा करेगी। जब तक दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिल जायेगा, तब तक दिल्ली में उपराज्यपाल चुनी हुई सरकार के फैसलों में अड़ंगा लगाता रहेगा। कहा यह जा भी जा रहा है कि दोनों पार्टियों में सीटों को लेकर बातचीत हो रही है।

संबंधित खबर : दिल्ली में आप और कांग्रेस नहीं हुईं एक तो सातों सीटें हो जाएंगी भाजपा के हवाले

अगर कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी का दिल्ली में गठबंधन नहीं हुआ तो केजरीवाल की पार्टी के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो जायेगा। इसीलिए पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हरियाणा के अलावा पंजाब में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहते हैं।

दरअसल लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद इसी वर्ष अक्टूबर, 2019 में हरियाणा विधानसभा के चुनाव होने हैं, दिल्ली और पंजाब के बाद अरविन्द केजरीवाल ने हरियाणा पर भी फोकस किया हुआ है, केजरीवाल लगातार हरियाणा में सभाएं कर रहे हैं। पार्टी ने हरियाणा में प्रचार-प्रसार पर भी काफी पैसा खर्च कर दिया है। इसीलिए आप की तरफ से कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशें काफी समय से जारी थीं।

इस गठबंधन के लिए आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर चुके थे।

Tags:    

Similar News