चुनाव आयोग ने 24 घंटे बीत जाने के बाद भी क्यों जारी नहीं किए दिल्ली के मतदान के आंकड़े ?
शनिवार 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए हुआ मतदान, चौबीस घंटे बीतने के बाद मतदान प्रतिशत के आंकड़े नहीं बता रहा चुनाव आयोग, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और सोशल मीडिया यूजर्स ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल....
जनज्वार। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए शनिवार 8 फरवरी को मतदान हो चुका है। अब तक सामने आए लगभग सभी एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली में हैट्रिक लगाती दिख रही है। वही दूसरी ओर मतदान के एक दिन बाद चुनाव आयोग पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि चुनाव आयोग की ओर से अभी तक कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की गई है। चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट्स पर अभी तक मत प्रतिशत के आंकड़े और अन्य जानकारियों को अपडेट नहीं किया गया है।
इसी को लेकर आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि क्या चुनाव आयोग प्रेस कान्फ्रेंस कर बताएगा कि दिल्ली में कितने प्रतिशत मतदान हुआ। संजय सिंह ने कहा कि मेरे खयाल से में हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब चुनाव आयोग ने नहीं बताया कि दिल्ली में मतदान का प्रतिशत कितना रहा। लोकसभा के भी चुनाव हुए हैं। उस समय भी चुनाव आयोग ने उसी दिन मतदान का प्रतिशत बता दिया था।
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वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह काफी चौंकाने वाली बात है। चुनाव आयोग क्या कर रहा है? मतदान के कई घंटे बाद भी उन्होंने मतदान के आंकड़े जारी क्यों नहीं किए हैं?' दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तंज कसते हुए कहा कि क्या मतदान का अंतिम आंकड़ा चुनाव आयोग को भाजपा ऑफिस से मिलना है ?
Absolutely shocking. What is EC doing? Why are they not releasing poll turnout figures, several hours after polling? https://t.co/ko1m5YqlSx
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal)
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संजय सिंह ने आगे कहा कि जब बैलट पेपर से वोटिंग होती थी तो अगले दिन सुबह में अखबारों में खबरें आ जाती थीं कि कितना प्रतिशत मतदान हुआ। इस बार कल से सारी मीडिया और दिल्ली इस बात का इंतजार कर रही है कि आखिर दिल्ली में कितना प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि 70 साल के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि चुनाव आयोग वोटिंग का प्रतिशत तक बताने को तैयार नहीं है। इसका मतलब कहीं कुछ पक रहा है, कहीं दाल में कुछ काला है। कोई खेल चल रहा है अंदर-अंदर क्योंकि मत का प्रतिशत बताना बेहद सामान्य बात है।'
वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने भी इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया दी। ओम थानवी ने अपने ट्वीटर हैंडल से लिखा कि मतदान के आंकड़े बताने में चुनाव आयोग की चुप्पी का सबब क्या है? कितने लोगों ने वोट किया, ईवीएम के ज़माने तो यह हिसाब चुटकियों में जुड़ जाता है!
मतदान के आँकड़े बताने में चुनाव आयोग की चुप्पी का सबब क्या है? कितने लोगों ने वोट किया, EVM के ज़माने तो यह हिसाब चुटकियों में जुड़ जाता है! https://t.co/kOQ4B6gO52
— Om Thanvi (@omthanvi)
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इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने एक ट्वीट में लिखा कि दिल्ली चुनाव 2020 में तीन फैक्टर नहीं जुड़ते हैं- पिछले दो घंटों में 17 प्रतिशत मतदान, ईवीएम गड़बड़ी के बारे में आम आदमी पार्टी का नैरेटिव और एग्जिट पोल के नतीजे। क्या हम यहाँ कुछ याद कर रहे हैं .? क्या कुछ ताकतें एग्जिट पोल के अलावा कुछ और होने का अनुमान लगा रही हैं ...?
जब चुनाव आयोग ने मतदान का प्रतिशत नही बताया तो भाजपा के महामन्त्री को मत का प्रतिशत कैसे पता चल गया?
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वहीं बीएल संतोष के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय कुमार ने कहा कि जब चुनाव आयोग ने मतदान का प्रतिशत नहीं बताया तो भाजपा के महामन्त्री को मत का प्रतिशत कैसे पता चल गया? मनोज तिवारी को चुनाव की तारीख भी घोषणा से पहले पता चल गई थी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता उदित राज ने भी ट्वीट कर कहा कि दिल्ली चुनाव के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी 'चूना आयोग' वोट प्रतिश क्यों नहीं बता रही है? भाजपा और ईवीएम के रिश्ते से हम सब वाकिफ हैं। भाजपा से ईवीएम बचाओ।