स्कूल की फीस के खिलाफ पेरेंट्स ने चलाया अभियान, 'स्कूल नहीं तो फीस नहीं'

Update: 2020-05-10 10:41 GMT

स्कूलों की फीस के खिलाफ लॉकडाउन में घरों में बंद पेरेंट्स ने चलाया अभियान, कहा ऑनलाइन कक्षाओं के लिए स्कूल द्वारा माता-पिता पर फीस के भुगतान के लिए दबाव क्यों बनाया जा रहा है.....

जनज्वार ब्यूरो। कोरोना वायरस की महामारी से संक्रमितों का आंकड़ा भारत में 62,000 पार कर गया है। इस महामारी का असर छोटे-मोटे कारोबारियों से लेकर बड़े उद्योगों पर तो पड़ा ही है, साथ ही देशभर की तमाम स्कूलों को भी बंद किया गया है। इससे एक और जहां छात्रों के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है वहीं अभिभावकों को स्कूल की फीस चुकाने की चिंता सताने लगी है।

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सोशल मीडिया पर अभिभावक स्कूल की फीस ना लिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर 'No_School_No_Fee' हैशटैग के साथ लोग अपनी बात को रख रहे हैं। लॉकडाउन में अपने घरों में बंद अभिभावक 'No School No Fee' का पोस्टर के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट कर रहे हैं।

भूपेंद्र सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने एक पोस्टर पोस्ट करते हुए लिखा, 'हम अभिभावक इस लॉकडाउन की अवधि में फीस माफी की मांग करते हैं।'

ल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन नाम के ट्विटर हैंडल ने भी इसी तरह के पोस्टर को ट्वीट किया, जिसमें लिखा है- हम अभिभावकों की मांग है- स्कूल नहीं तो फीस नहीं।

क ट्वीटर हैंडल ने लिखा, 'कोरोना‌ महामारी‌ जैसी परिस्थिति मे‌ जहां अभिभावकों ‌को‌ जीवनयापन करने‌ मे परेशानी हो रही है तो इतनी भारी‌ फीस‌‌ कैसे दें। शिक्षा बच्चों का अधिकार ‌है‌‌ उन्हें उनके हक से वंचित ना किया जाये।'

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क महिला ट्वविटर यूजर ने लिखा, 'जब सरकार अपने सभी कर्मचारियों को भुगतान करने का निर्देश दे रही है तो फिर स्कूलों को ये विशेषाधिकार क्यों है? क्यों उन्हें माता पिता पर भुगतान करने के लिए दबाव डालने की अनुमति दी जा रही है, वह भी ऑनलाइन कक्षाओं के लिए?'

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