तीनों निगमों ने की हड़ताल, दिल्ली में दीपावली पर फैला कूड़ा ही कूड़ा

Update: 2017-10-18 18:47 GMT

पटाखों पर लगे प्रतिबंध के बाद राहत मिलने के बाद दिल्ली वालों का यह उम्मीद थी कि अबकी दीपावली प्रदूषण से थोड़ी राहत देने वाली रहेगी, लेकिन तीनों निगमों की हड़ताल के बाद दिल्ली की सड़कें कूड़े से भर गयी हैं...

दिल्ली, जनज्वार। दिल्ली के 62 हजार से अधिक सफाईकर्मियों ने अपनी पांच सूत्री मांगों के साथ पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने हड़ताल की, उसके बाद उत्तरी और दक्षिणी नगर निगम ने भी हड़ताल की घोषणा कर दी। सफाईकर्मी पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर हैं।

इस बार दिल्ली वालों की दीपावली कई मायनों में अलग होगी। पहली बार ऐसा होगा कि दीपावली में प्रदूषण के रोकथाम के लिए पटाखे नहीं छुटेंगे, लेकिन दरवाजों, गलियों और सड़कों पर कूड़े का ढेर लगा रहेगा। अबकि दीवाली दिल्ली वालों की हालत यह होगी साफ—सफाई के इस त्योहार पर घरों में पकवानों की महक तो फैलेगी, पर आसपास से आ रही कूंड़े की दुर्गंध को भी झेलने को वह अभिशप्त होंगे।

दिल्ली की हालत नारकीय बन गयी है। दीपावली में सफाई की वजह से कूड़ा सामान्य दिनों के मुकाबले दस गुना ज्यादा है। कॉलोनियों में जनता बदबू और कूड़े के ढेर से परेशान है। 17 अक्टूबर को सफाई कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम का पुतला भी फूंका और रोड जाम किया।

सफाई कर्मचारी यूनियनों के नेताओं के मुताबिक, वे बकाया एरियर देने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। अकेले नॉर्थ एमसीडी के 15000 से अधिक सफाई कर्मचारियों का करीब 1500 करोड़ रुपये एरियर बकाया है। साउथ और नॉर्थ एमसीडी सफाई कर्मचारियों का भी इसी तरह से एरियर बकाया है, जिसके चलते 11 अक्टूबर से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तबतक सफाई कर्मचारी काम पर वापस नहीं लौटेंगे।

गौरतलब है कि स्वतंत्र मजदूर मोर्चा के साथ लगभग 30 यूनियनों ने यह हड़ताल की है। पहले हड़ताल में सिर्फ ईस्ट दिल्ली के कर्मचारी शामिल थे, मगर कल 17 अक्तूबर से तीनों नगर निगम के हजारों कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की।

हड़ताल में सफाई कर्मचारियों के साथ तीनों निगमों के हर विभाग के कर्मचारी और अधिकारी वर्ग भी शामिल है। हड़ताल में शामिल यूनियनों के मुताबिक हर बार हमें सिर्फ आश्वासन और वेतन देकर शांत कर दिया जाता है, मगर इस बार हम समझौता नहीं करेंगे। हालांकि निगम प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और एस्मा लगाने की धमकी देकर हड़ताल को तोड़ने का प्रयास किया था, मगर जब दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के उनके साथ मिलने से हड़ताल पर धमकी का कोई असर नहीं पड़ा।

दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग ने कहा है कि अगर हड़ताल करने वाले कर्मचारियों पर किसी भी तरह की कार्रवाई की गई तो आयोग निगम प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की शिकायत उप राज्यपाल और दिल्ली सरकार से करने में पीछे नहीं हटेगा।

सफाई कर्मियों की पांच सूत्री मांगें
—2012 तक के अस्थायी सफाईकर्मियों को नियमित करे सरकार।
—सफाईकर्मियों के एरियर के भुगतान दिवाली से पहले हो।
—कैशलेस मेडिक्लेम मिले।
—जनसंख्या के आधार पर सफाईकर्मियों की संख्या में वृद्धि हो।
—तीनों निगमों को एक किया जाए।

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