गांधी जयंती पर शिक्षा और कौशल विकास के दस्तावेजों का दहन

Update: 2018-10-02 17:13 GMT

गांधी जयंती पर अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच के आह्वान पर नई शिक्षा नीति 2016 का मसविदा एवं भारत में शिक्षा एवं कौशल विकास से जुड़े दस्तावेजों को गांधी चौक पर सार्वजनिक रूप से जलाया गया

देवरिया, जनज्वार। आज 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच के आह्वान पर नई शिक्षा नीति 2016 का मसविदा एवं भारत में शिक्षा एवं कौशल विकास से जुड़े दस्तावेजों को गांधी चौक पर सार्वजनिक रूप से जलाया गया। इस दौरान नई शिक्षा नीति मुर्दाबाद, समान एवं मुफ्त शिक्षा व्यवस्था लागू करो, शिक्षा का व्यवसायीकरण खत्म करो जैसे नारे भी लगाए गए।

इस प्रोटेस्ट में शामिल वक्ताओं ने कहा कि सरकारी खर्चे से चल रही शिक्षा व्यवस्था को बदनाम कर और उसे खत्म कर शिक्षा का और ज्यादा निजीकरण एवं बाजारीकरण किया जा रहा है। यह सब शिक्षा के जनवादी, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म करने एवं एक गुलाम की तरह सोचने वाले व्यक्तियों की फौज खड़ी करने की साजिश है।

वक्ताओं ने कौशल विकास योजना को कौशल हरण योजना बताया और शिक्षा के उद्देश्यों को खत्म करने वाला कहा।

इस दस्तावेज दहन कार्यक्रम में सर्वोदय मंडल के प्रदेश अध्यक्ष मधुसूदन उपाध्याय, डॉ. चतुरानन ओझा, अनिल शर्मा, ग्राम प्रधान संघ के नेता राकेश सिंह, हरे कृष्ण कुशवाहा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता संजय दीप कुशवाहा, रवीश पांडे, विजय, हरे कृष्ण सिंह बिसेन, भरत चौधरी, गुड्डू चौधरी, छात्रसंघ के महामंत्री विशाल गुप्ता, अरविंद गिरी, अभिनीत उपाध्याय, सरोज कुमार, दीपक चौरसिया, वकील खान, अजय कुमार मिश्र, विजय पासवान समेत अनेक लोगों ने हिस्सेदारी की।

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