विज्ञान के गुरुजी बोले जींस पहनने वाली महिलाएं 'ट्रांसजेंडर' पैदा करने के लिए जिम्मेदार

Update: 2018-04-04 21:39 GMT

विज्ञान के प्रोफेसर साहब ने जागरुकता अभियान में ठेला ज्ञान, कहा जींस पहनने वाली लड़कियां सिर्फ ट्रांसजेंडरों को जन्म देंगी....

जनज्वार। कहते हैं गुरु का दर्जा भगवान से भी बड़ा है, मगर आज की परिस्थितियों में ये सिर्फ एक मजाक लगता है। क्योंकि गुरु इतना ही महान होता तो इतनी ओछी हरकतों पर नहीं उतरता। कोई गुरु सरेराह—सरेआम छात्राओं को सेक्स का आमंत्रण देता है, तो किसी को छात्राओं के स्तन तरबूज जैसे नजर आते हैं। अब एक गुरु ने तो इन सबसे बढ़कर यह घोषणा कर दी है कि चूंकि लड़कियां जींस—टीशर्ट पहन रही हैं, इसलिए वो ट्रांसजेंडर बच्चे पैदा कर रही हैं।

यानी आदरणीय गुरुजी वो भी विज्ञान के अध्यापक मानते हैं कि महिलाओं का जींस पहनना ट्रांसजेंडर के पैदा होने का कारण है।

पिछले कुछ वर्षों में कॉलेजों—विश्वविद्यालयों की छात्राएं बदली हैं, और बहुत बदली हैं, अपने सम्मान और अधिकारों के प्रति सजग हो गयी हैं, वे अब किसी भी तरह के उत्पीड़न और शोषण को लिहाज और शर्म के नाम पर छुपाना नहीं चाहती हैं। पर लगता है अभी कैंपसों के शिक्षक, प्रोफेसर और प्रबंधकों के लंपट चरित्र में कोई बदलाव नहीं आया है।

प्रोफेसर ने कहा तुम्हारे स्तन तरबूज जैसे, लड़कियों ने पोस्ट की टॉपलैस फोटो और निकाल दिया तरबूज जुलूस

घटना है केरल के केरल के कलाडी स्थित श्री संकर संस्कृत विश्वविद्यालय का, जहां के वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर रजित कुमार ने कसारगोड में छात्रों के लिए एक आयोजित एक जागरूकता प्रोग्राम के दौरान कहा कि जीन्स, शर्ट पहनने वाली और पुरुषों की तरह कपड़े पहनने वाली महिलाएं सिर्फ ‘ट्रांसजेंडरों को जन्म देंगी।'

विज्ञान के प्रोफेसर साहब के इस महिला विरोधी बयान से बवाल मच गया है। प्रोफेसर को हटाने की मांग की जा रही है, बावजूद इसके आरोपी गुरुजी ने अभी तक अपने इस बेतुके बयान के लिए माफी नहीं मांगी है। इस बयान के बाद मचे बवाल के बाद केरल सरकार ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें स्कूलों और कॉलेजों में होने वाले प्रायोजित जागरूकता कक्षाओं से दूर रहने का निर्देश दिया है।

स्वास्थ्य मंत्री के. शैलजा ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि प्रोफेसर रजित कुमार ने अब तक अपना विवादित बयान वापस नहीं लिया है, सरकार उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। रजित कुमार की ऐसी बयानबाजी न सिर्फ महिला विरोधी है, बल्कि अंधविश्वास को भी बढाने वाली है।

गौरतलब है कि रजित कुमार पहले भी कई बार महिला विरोधी टिप्पणियां कर चुके हैं। इस बार जींस पहनने वाली लड़कियों को ट्रांसजेंडर बच्चे पैदा करने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए रजित कुमार ने जींस प्रकरण से आगे एक बात और जोड़ते हुए कहा कि केरल में छह लाख से अधिक ट्रांसजेंडर हैं। जिन बच्चों के माता—पिता अच्छे चरित्र के नहीं होते हैं, वे आटिज्म और सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित होते हैं।

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पहले भी अध्यापकों द्वारा लड़कियां उत्पीड़ित होती आई हैं, मगर सोशल मीडिया क्रांति के बाद वे अपने अधिकारों के प्रति और मुखर और शोषण के खिलाफ आवाज उठाना सीखी हैं, और अब गुरुओं को भी सीख ले लेनी चाहिए कि लड़कियां बदल गई हैं और उन्हें भी लंपटता छोड़ देनी चाहिए।

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