प्रिंसिपल, शिक्षक और 15 छात्रों ने किया महीनों तक नाबालिग लड़की का सामूहिक बलात्कार

Update: 2018-07-07 05:36 GMT

नाबालिग लड़की के लिए जैसे बलात्कार का अंतहीन सिलसिला चल पड़ा। वह महीनों तक लगातार सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होती रही। प्रिंसिपल और शिक्षक ही नहीं उसका बेटा मोहित अरुण आए दिन चार-पांच छात्रों के साथ लड़की का सामूहिक बलात्कार करने लगा...

छपरा, जनज्वार। एक तरफ सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती है दूसरी तरफ बेटियां लगातार हैवानियत की हाइट पर पहुंच चुके दुष्कर्मियों का लगातार शिकार हो रही हैं। आंकड़े गवाही दे रहे हैं भारत महिलाओं/बच्चियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित देश बन चुका है।

जिस स्कूल में बच्चियां ज्ञान लेने जाती हैं, वही उसका यातनागृह बन जाये तो क्या कीजियेगा। ऐसा ही हुआ छपरा के एकमा थाना क्षेत्र के परसागढ़ स्थित दीपेश्वर बाल ज्ञान निकेतन में 10वीं में पढ़ने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ। रोंगटे खड़ी कर देने वाली इस घटना में स्कूल के प्रिंसिपल, शिक्षकों और छात्रों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।

पीड़ित लड़की के बयान के आधार पर पुलिस ने महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें प्रिंसिपल, दो शिक्षकों और 15 छात्रों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखवाई गई है। अभी तक इस मामले में पुलिस ने बलात्कार आरोपित प्रिंसिपल, एक शिक्षक और 2 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। दिल दहलाने वाली इस घटना के बाद अन्य शिक्षक और कर्मचारी स्कूल बंद कर फरार हो गए हैं।

घटनाक्रम के मुताबिक सात माह पहले स्कूल में 14 वर्षीय छात्रा के साथ पांच छात्रों ने बाथरूम में सामूहिक बलात्कार किया। इसकी शिकायत लेकर जब पीड़िता प्रिंसिपल के पास पहुंची तो पहले उसने आश्वासन दिया कि वह उन पर कार्रवाई करेगा, मगर घटना के 3—4 दिन बाद बजाय आरोपियों को सजा दिलाने के खुद भी बच्ची का बलात्कार किया। यह सिलसिला यहीं नहीं थमा, इसके बाद दो शिक्षकों ने भी बलात्कार किया।

इसके बाद तो नाबालिग लड़की के लिए जैसे बलात्कार का अंतहीन सिलसिला चल पड़ा। वह महीनों तक लगातार सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होती रही। प्रिंसिपल और शिक्षक ही नहीं उसका बेटा मोहित अरुण आए दिन चार—पांच छात्रों के साथ लड़की का सामूहिक बलात्कार करने लगा।

अब यह जघन्य बलात्कार कांड सामने आने के बाद और महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के कुछ ही देर बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह तथा महिला थानाध्यक्ष इंद्रा रानी ने परसागढ़ स्थित दीपेश्वर बाल ज्ञान निकेतन स्कूल पहुंच कर मामले की जांच की। पुलिस ने मौके से तत्काल बलात्कारी प्रिंसिपल उदय शंकर सिंह, शिक्षक बालाजी, छात्र मोहित अरुण तथा रोहित कुमार को गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार किया और आरोपित मौके से भाग गए।

महीनों से नरक से भी बदतर जीवन जी रही पीड़ित छात्रा ने पुलिस को बताया कि रोजी-रोटी के लिए उसके पिता बाहर रहते हैं, महीनों तक यातना झेलने के बाद जब उसके पिता घर आए तो उसने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। महीनों तक बेटी के लगातार सामूहिक दुष्कर्म के शिकार होने की बात सुन उसके पिता जब स्कूल पहुंचे और इसकी पूछताछ की तो प्रिंसिपल और शिक्षकों ने पीड़ित लड़की के पिता को खूब मारा—पीटा। महीनों तक लड़की का रेप करने वाले छात्रों ने भी उसके पिता को खूब पीटा।

इसी के बाद पिता ने पीड़ित बेटी के साथ महिला थाने पहुंच इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाई और चार आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने छात्रा की मेडिकल जांच छपरा सदर अस्पताल में करायी है। आज पीड़ित छात्रा का बयान न्यायालय में दर्ज कराया जायेगा।

इस जघन्य बलात्कार कांड की जांच कर रहे सारण पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने मीडिया को बताया कि पीड़ित छात्रा के बयान पर महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। मेडिकल जांच भी करा ली गई है, मेडिकल जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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