मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के सिंध्दात को अपनी सरकार के इरादों से जोड़ते हुए कहा कि दीनदयाल जिस तरह अन्त्योदय की बात करते थे...
जनज्वार। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग समेत पूरे देश में आंदोलन किए जा रहे हैं। आंदोलन कर रहे लोगों की मांग है कि केंद्र सरकार CAA कानून को वापिस ले। जिसके लिए कल शाहीनबाग की महिलाओं ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय भी मांग था। लेकिन आंदोलनकारी महिलाओं की बातचीत अमित शाह से नहीं हो पाई। इसके अलावा अमित शाह ने भी आंदोलन कर रहे लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनने की बात कही थी। लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से CAA को किसी भी हाल में वापिस नहीं लेने की बात कही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद उनकी सरकार सशोंधित नागरिकता कानून और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसलों पर कायम है और आगे भी रहेगी।
प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर को राष्ट्र को समर्पित करने के साथ ही विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश आज जो फैसले ले भी रहा है। जो हमेशा पीछे छोड़ दिए जाते है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून वर्षां से देश को इन फैसलों का इंतजार था।
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उन्होंने हा कि देशहित के लिए ये फैसले लेना जरूरी थे। और दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद हम इन फैसलों पर कायम है और कायम रहेंगे। देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ जारी अनिश्चितकालीन प्रदर्शनों के मद्देनजर प्रधानमंत्री का यह बयान महत्वपूर्ण है।
मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के सिंध्दात को अपनी सरकार के इरादों से जोड़ते हुए कहा कि दीनदयाल जिस तरह अन्त्योदय की बात करते थे। वैसे ही देश के छोटे शहरों का उदय देश के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
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उन्होंने कहा कि देश की विकास परियोजनाओं का विशेष लाभ इन छोटे शहरों और उनमें रहने वाले लोगों को ही हुआ है। अभी हाल में जो बजट आया है। उसमें सरकार ने घोषणा की है कि मूलभूत ढांचे के निर्माण पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि खर्च की जाएगी। इसका बहुत बड़ा हिस्सा देश के छोटे छोटे शहरों के खाते में ही जाने वाला है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियों कांफ्रेस के जरिए आईआरसीटीसी की महाकाल एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई। यह निजी रेलगाड़ी तीन ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थलों- वाराणसी, उज्जैन और ओंकोरेश्वर को जोड़ेगी।
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