पत्नी के सामने जिंदा जलाकर मार डाला बुजुर्ग दलित किसान को

Update: 2018-06-22 10:04 GMT

पहले दलित के खेत पर किया जबरन कब्जा, विरोध करने पर की मारपीट फिर पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया, भाजपा से जुड़ा है हत्यारोपी ....

भोपाल। दलित महिला उन चार दरिंदों के सामने अपने पति की जान के लिए भीख मांगती रही, मगर उनका दिल नहीं पसीजा। दरिंदगी की हद पार करते हुए दबंगों ने 60 साल के बुजुर्ग पर बीबी के सामने ही पेट्रोल डालकर दिनदहाड़े जिंदा जला दिया।

यह घटना है मध्य प्रदेश के बैरासिया के परसोरिया-घाटखेड़ी गांव की, जहां दलित जाति के किशोरी लाल को उनकी बीवी पंखिया देवी के सामने जिंदा जला दिया गया।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि दबंग जाति के लोगों ने कल 21 जून को दिनदहाड़े किशोरी लाल को इसलिए जलाया क्योंकि वह उसकी जमीन पर कब्जा कर रहे थे, और उन्हें यह सहन नहीं हुआ कि एक दलित अपनी जमीन कब्जाये जाने पर विरोध कर रहा है। उपर से मुख्य हत्यारोपी तीरन यादव को भाजपा से जुड़े होने का गुरूर था, जिसके बल पर वह दबंगई कर रहा था।

पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि घाटखेड़ी निवासी दलित किशोरी लाल की 3.5 एकड़ जमीन पर हत्यारोपियों ने कब्जा किया हुआ था। जिस दिन किशोरी लाल को पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई गई, उस दिन आरोपी तीरन यादव, उसका बेटा प्रकाश, भतीजा संजू और बलवीर जबरन उसके खेत में ट्रेक्टर से बीज बो रहे थे। किशोरी लाल ने अपनी पत्नी के साथ इसका विरोध किया तो पहले आरोपियों ने किशोरी लाल को पहले जमकर पीटा और फिर पेट्रोल छिड़ककर उस पर आग लगा दी।

जब आरोपी किशोरी लाल के हाथ पैर पकड़ उस पर पेट्रोल छिड़क रहे थे तो उसकी पत्नी पंखिया देवी उन्हें दुहाई दे देकर उसकी जान की भीख मांग रही थी, मगर किसी को भी उस पर तरस नहीं आया। उल्टा पंखिया देवी के साथ भी धक्का—मुक्की की गई। एक बीवी के सामने दिनदहाड़े उसके पति को जिंदा स्वाहा कर दिया गया।

मामला पुलिस के पास पहुंचने पर किशोरी लाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किशोरी लाल के परिवार ने जब अस्पताल में ही हंगामा किया तो पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को हिरासत में लिया है।

जांच में सामने आया कि किशोरी लाल के पास सड़क से लगा 3.5 एकड़ पट्टे का बहुमूल्य खेत है, जिसके कुछ हिस्से पर तीरन यादव ने जबरन कब्जा किया हुआ था। 2 साल पहले किशोरी लाल ने खेत की नाप—जोख कराई तो इस बात की जानकारी मिली कि तीरन यादव ने उसके खेत के कुछ हिस्से पर कब्जा किया हुआ है, तभी से किशोरी लाल तीरन यादव की आंख की किरकिरी बना हुआ था।

राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित खबर के मुताबिक जिंदा जलाकर मार दिए गए किशोरी लाल के बेटे कैलाश जाटव ने बताया कि इस मसले को लेकर कई बार उसके पिता बैरसिया थाने भी गए, मगर तीरन यादव चूंकि भाजपा से जुड़ा है इसलिए टीआई उन्हें वहां से बिना शिकायत दर्ज किए भगा देते थे।

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