उत्तर प्रदेश में छात्रसंघ चुनावों पर रोक

Update: 2017-10-07 16:13 GMT

जनज्वार, देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद स्थित एसडीपीजी कॉलेज मठ लार, मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज भाटपाररानी और कुछ अन्य महाविद्यालयों का छात्रसंघ चुनाव पर शासन—प्रशासन द्वारा कल 6 अक्तूबर, 2017 को स्थगित कर दिया गया, जिसके विरोध स्वरूप यहां के छात्र नेताओं ने डीएम कार्यालय के सामने धरना दिया। नाराज छात्रों का कहना है कि जिला प्रशासन मनमानीपूर्ण रवैया अख्तियार कर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।

चुनाव स्थगित किए जाने पर शैक्षिक सत्र को नियमित करने की बात करते हुए सरकार के मंत्री एवं नौकरशाह छात्र संघ चुनाव का विरोध करते रहे हैं। इस बार वे विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के छात्रसंघ चुनाव को पूरी ताकत से रोकने में कामयाब रहे हैं। उनका सारे नियम कानून सहायता प्राप्त महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों तक सीमित हैं। यहां के इन महाविद्यालयों में शिक्षा एवं छात्र राजनीति की एक लंबी परंपरा रही है, जिसे सरकार खत्म करने पर आमादा है।

स्ववित्तपोषित और वित्तविहीन महाविद्यालय एसोसिएशन से जुड़े डॉ. चतुरानन ओझा चुनाव स्थगित किए जाने के मसले पर कहते है, यह वही सरकार है जो निजी महाविद्यालयों को पूरी तरह शिक्षकविहीन रूप में संचालित करवा रही है। वहां इनको शिक्षा पर कोई संकट दिखाई नहीं देता। सरकारों की चिंता शिक्षा के स्तर को सुधारना नहीं, बल्कि छात्र चेतना एवं छात्र राजनीति को खारिज करने की रही है। छात्र राजनीति लोकतंत्र की पौधशाला है, जिसे बनाए रखना और सींचते रहना स्वस्थ समाज के लिए जरूरी है।

छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगने से छात्रनेता और पूर्व छात्र संघ पदाधिकारी आहत हैं। पूर्व छात्र नेता अरविंद गिरी कहते हैं, देश के संविधान में यह पहली बार हो रहा है जब केंद्र पर प्रदेश सरकार में सत्ताधीन बीजेपी के मौखिक आदेश पर छात्रसंघ चुनाव स्थगित किए जा रहे हैं। क्योंकि प्रदेश और देश में भाजपा सत्ता में है और उसका आनुशांगिक संगठन एबीवीपी जेएनयू, डीयू, बीएचयू जैसे छात्रसंघों चुनावों में मुंह की खा चुके हैं इसलिए ये चुनाव नहीं होने दिए गए।

स्वामी देवानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय मठ लार और मदन मोहन मालवीय स्नातकोत्तर भाटपाररानी छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी व छात्र नेतागण चुनाव पर रोक का भारी विरोध कर रहे हैं। वे कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि वे अपने लोकत्रांत्रिक अधिकार को पाने के लिए उच्च न्यायालय इलाहाबाद का दरवाजा खटखटायेंगे।

चुनाव स्थगित किए जाने का पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आनंद श्रीवास्तव सोनू, पूर्व अध्यक्ष विनय सिंह, पूर्व महामंत्री भीष्म प्रताप चौहान, पूर्व महामंत्री विनय सिंह, अंशुमान यादव, अखिलेश यादव, अजय पांडेय समेत कई पूर्व छात्र संघ पदाधिकारियों ने भारी विरोध किया है।

जब चुनाव स्थगन पर बीआरडी पीजी कॉलेज देवरिया में छात्र नेताओं ने हंगामा किया तो पुलिस ने उन पर लाठियां भी भांजीं, जिससे कॉलेज में अफरा-तफरी मची।

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