बगैर मान्यता चल रहा एपेक्स नर्सिंग कॉलेज, छात्राओं को दुष्कर्म की धमकी

Update: 2017-07-08 20:33 GMT

आरटीआई से हुआ खुलासा, नर्सिंग काउंसिल आॅफ इंडिया की मान्यता के बगैर ही एपेक्स नर्सिंग कॉलेज करा था नर्सिंग का कोर्स। अब छात्रों को पता चला है तो घूसखोरी की बदौलत शासन और सरकार में ऊंची पहुंच रखने वाला कॉलेज का मालिक एसके सिंह छात्रों को दिलवा रहा है धमकियां।

जनज्वार, बनारस। प्रधानमंत्री मोदी की लोकसभा बनारस में निजी कॉलेजों के छात्रों का जब भविष्य सुरक्षित नहीं है तो देश में और कहीं कैसे बेहतर और अच्छी शिक्षा उम्मीद निजी कॉलेजों से की जा सकती है। खासकर तब जबकि घूसखोरी और भ्रष्टाचार की बदौलत एजुकेशन माफिया शिक्षा को मुनाफे का धंधा बना चुके हैं और हनक यह है कि हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा, हम देख लेंगे मोदी को भी।

बनारस के डीएलडब्लू हाइड्रिल रोड स्थित एपेक्स नर्सिंग कॉलेज के छात्रों को जब से पता चला है कि नर्सिंग कोर्स की मान्यता के बगैर ही नर्सिंग कॉलेज नर्सिंग की पढ़ाई करा रहा था, तबसे छात्रों की हालत पागलों जैसी हो गयी है। छात्र—छात्राएं परेशान हैं, रो—धो रहे हैं और चारों ओर गुजारिश करते फिर रहे हैं कि उनके बर्बाद हुए तीन साल कोई लौटा दे। वह हाथ जोड़ गुजारिश कर रहे हैं कि कोई उनके सपनों को भी लौटा दे जिसको देखते हुए उनके अभिभावकों ने अपने बच्चों पर लाखों रुपए खर्च किए।

विदेश से लौटे प्रधानमंत्री को संभवत: मालूम न हो कि उनकी अपनी लोकसभा के सैकड़ों छात्रों के भविष्य के साथ कैसा अपराध हो रहा है। पर सच यही है कि उन छात्रों के मुंह से खून आ रहा है जिनका जीवन और कॅरियर एपेक्स नर्सिंग कॉलेज ने बर्बाद किया है।

घूसखोर अधिकारियों और मंत्रियों की कृपा से कुकुरमुत्ते की तरह खुले निजी कॉलेजों में आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिसमें खुलासा होता है कि फलां कॉलेज ने गलत कोर्स में प्रवेश दिया तो फलां के पास मान्यता ही नहीं तो किसी के द्वारा दी गयी डिग्री ही फर्जी है। बनारस का एपेक्स डिग्री कॉलेज भी इसी कड़ी में से एक जहां कल आंदोलनकारी छात्रों को प्रबंधकों ने पीटा और छात्राओं से दुष्कर्म की धमकी दी।

आप वीडियो देख खुद सुन सकते हैं कि लड़कियां कैसे रो—धो रही हैं और एक लड़की खुद बता रही है कि प्रबंधकों ने विरोध कर रहे छात्रों का कॉलर पकड़ा और लड़कियों से दुष्कर्म की धमकी दी।

एपेक्स नर्सिंग कॉलेज के फर्जीवाड़े का खुलासा करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता अवधेश दीक्षित के मुताबिक, 'एपेक्स के मालिक ने बनारस स्थित काशी विद्यापीठ से नर्सिंग की मान्यता ले ली, जबकि खुद विद्यापीठ के पास न कोई नर्सिंग की फैकल्टी है, न कोर्स न कोई शिक्षक। इसका खुलासा हुआ तो जिलाधिकारी और कमीश्नर स्तर की जांच बैठी जिसमें लीपापोती हो गयी। पर यह मान्यता भी तीन साल पहले थी। बाद में जब इंडियन नर्सिंग काउंसिल को इस मामले का पता चला फिर एपेक्स की मान्यता रद्द कर दी। पर एपेक्स के मालिक एसके सिंह को अपनी घूसखोरी क्षमता पर गर्व था, इसलिए वह लगे रहे और प्रवेश नर्सिंग छात्रों को देते रहे।'

अवधेश दीक्षित आगे कहते हैं, 'लेकिन मौजूदा योगी सरकार के एक सचिव ने फिर इन पर तलवार लटका दी। छात्रों को पता चला तो हंगामा हुआ, लेकिन लीपापोती कराकर छात्रों को बुरबक बनाने में प्रबंधन सफल रहा। पर छात्र संतुष्ट नहीं हुए। फिर किसी ने मेरे बारे में बताया और छात्रों ने मुझसे संपर्क किया। उसके बाद मैंने आइरटीआई डाली जिसके बाद इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने लिखित जवाब में बताया कि एपेक्स नर्सिंग कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गयी है।'

देखें वीडियो :

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