WHO की चेतावनी- संभव है कि यह वायरस कभी खत्म ही न हो, कोरोना के साथ जीना सीख लीजिये

Update: 2020-05-14 17:54 GMT

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर को कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि हो सकता है कि कोविड-19 कभी समाप्त ही न हो। डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन मसलों के निदेशक माइकल रयान ने जेनेवा में एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कोरोना हमारे बीच क्षेत्र विशेष का एक अन्य वायरस बन सकता है और मुमकिन है कि ये कभी समाप्त ही न हो"....

जनज्वार ब्यूरो। दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 43 लाख 42 हज़ार के पार पहुँच गई है। अब तक दो लाख 96 हज़ार की मौत हो चुकी है। अमेरिका में अब तक 13 लाख 89 हज़ार से अधिक संक्रमित हैं, जबकि यहाँ मरने वाले लोगों की संख्या 84, 059 है। रूस में दो लाख 42 हज़ार से ज़्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। ब्रिटेन में दो लाख 30 हज़ार से ज़्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि संभव है कि कोरोना वायरस हमारे बीच से खत्म ही न हो।

संभव है कि यह वायरस कभी खत्म ही न हो: डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर को कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि हो सकता है कि कोविड-19 कभी समाप्त ही न हो। डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन मसलों के निदेशक माइकल रयान ने जेनेवा में एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कोरोना हमारे बीच क्षेत्र विशेष का एक अन्य वायरस बन सकता है और मुमकिन है कि ये कभी समाप्त ही न हो।" उन्होंने एचआईवी का उदाहरण देते हुए कहा कि यह वायरस भी समाप्त नहीं हुआ है। माइकल रयान के अनुसार वैक्सीन के बगैर आम लोगों को इस बीमारी को लेकर इम्यूनिटी का उपयुक्त स्तर हासिल करने में सालों लग सकते हैं। कोरोना की वैक्सीन तैयार करने के कई प्रयास हो रहे हैं। कोविड-19 के लिए कम से कम 100 वैक्सीन बनाने की कोशिशों पर काम चल रहा है। मगर दुनिया भर के विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि ऐसी कोई वैक्सीन कभी तैयार ही नहीं हो पाएगी।

इंग्लैंड में एंटीबॉडी टेस्ट को स्वीकृति

ब्लिक हेल्थ इंग्लैंड(पीएचई) ने कोविड19 एंटीबॉडी टेस्ट किट को अपनी मंज़ूरी दे दी है। यह पहली बार है जब किसी एंटीबॉडी टेस्ट किट को मंज़ूरी दी गई है। इस टेस्ट किट को स्विस कंपनी रोशे होल्डिंग एजी द्वारा तैयार किया गया है। पीएचई के विशेषज्ञों द्वारा इसके परीक्षण की सटीकता को मान्यता दी गई है।

अफ्रीका महाद्वीप का प्रत्येक देश प्रभावित

कोरोना वायरस अब अफ्रीका के हर देश में पहुंच चुका है। अफ्रीका का एकमात्र देश लेसोथो अभी तक कोरोना वायरस की चपेट से दूर था मगर अब वहां भी संक्रमण का एक मामला सामने आया है। इसी के साथ लेसोथो में संक्रमण का मामला एक 81 साल के व्यक्ति में भी पाया गया है। लेसोथो के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह व्यक्ति पिछले सप्ताह ही सऊदी अरब और पड़ोसी देश दक्षिण अफ्रीका से लौटा था। संक्रमण का मामला सामने आने के बाद देश में 29 मई तक के लिए लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।

ब्रिटेन में 33 हजार से ज्यादा मौतें, रूस में 2 लाख 42 हजार से अधिक मामले

रने वालों की संख्या के लिहाज से ब्रिटेन दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है, जहां मरने वालों की संख्या 33 हज़ार से अधिक है मगर यहां संक्रमण के मामले रूस से कम हैं। संक्रमित लोगों की संख्या के आधार पर रूस दुनिया का दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है। जहां संक्रमण के 2 लाख 42 हज़ार से ज्यादा केस हैं। फ्रांस में बुधवार को कोरोना से 83 लोगों की मृत्यु हुई है, इसके बाद देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 27,074 हो चुकी है। फ्रांस के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश भर में 2,428 मरीज़ अभी भी इंटेंसिव केयर यूनिट में हैं। बीते 24 घंटे में फ्रांस में 69 नए मामले सामने आए हैं। फ्रांस के साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, इटली और स्पेन दुनिया के वैसे देश हैं जहां कोरोना से 27 हज़ार से ज़्यादा मौतें हुई हैं। बुधवार को स्पेन में 184 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद स्पेन में अब तक कोरोना से 27,104 लोगों की मौत हो चुकी है। इटली में 195 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इटली में कोरोना से अब तक 31,106 लोगों की मौत हो चुकी है।

लॉकडाउन हटाने के पक्ष में ट्रंप

मेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि संक्रामक बीमारी विशेषज्ञ एंथोनी फाउची की चेतावनी उनके लिए स्वीकार्य नहीं है। फाउची ने कहा था कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था और स्कूलों को खोलने में जल्दबाज़ी करना ख़तरनाक हो सकता है। इस पर ट्रंप ने कहा, ''मेरे लिए यह स्वीकार्य नहीं है और विशेष करके स्कूलों को लेकर। प्रोफ़ेसर और टीचर के बारे में सोचा जा सकता है और वो भी उम्र के कारण।''

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