UP Election 2022: Priyanka Gandhi की 'प्रतिज्ञा' में 40% सीट महिलाओं के लिए आरक्षित, लेकिन 165 सीट पर महिला उम्मीदवार कहां से लाएगी कांग्रेस ?

UP Election 2022 : प्रियंका गांधी ने कहा कि देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी जरुरी है। महिलाएं सेवाभाव से देश की तस्वीर बदल सकती हैं।

Update: 2021-10-19 11:57 GMT

Priyanka Gandhi Press Confferrence : उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) से पहले प्रत्येक राजनीतिक दल ने अपना कार्ड खेलना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में कांग्रेस (Congress) भी कहां पीछे रहने वाली है। मंगलवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने लखनऊ में प्रेस कांन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस इस बार के यूपी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित रखेगी। प्रियंका गंधी ने 'बेटी हूं लड़ सकती हूं' नारे के साथ चुनावी अभियान का ऐलान किया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका क्या कहा

प्रियंका गांधी ने लखनऊ कांग्रेस कार्यालय (Congress Office) में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा फैसला यूपी की हर महिला के लिए है। देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी जरुरी है। महिलाएं सेवाभाव से देश की तस्वीर बदल सकती हैं। प्रियंका ने आगे कहा कि राजनीति में बदलाव के लिए संघर्ष जरुरी है। यूपी में महिलाओं को हक मिलेगा तो फिर केंद्र में भी हक मिलेगा।

प्रियंका ने एक तीर से दो निशाना साधने की कोशिश की। उन्हें भी पता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है। इस बार यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनावी रथ की सारथी 40 % महिलाएं होंगी। खुद चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि अभी चुनाव लड़ने का फैसला नहीं लिया है, जल्द लूंगी।  


महिला आरक्षण जुड़े मुद्दे पर ही सवाल पूछे मीडिया

कांग्रेस ने मीडिया से सिर्फ महिला आरक्षण (Women Reservation) मुद्दे पर ही सवाल पूछने के लिए कहा। कांग्रेस ने कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला है। आज तक किसी भी पार्टी ने इस तरह के फैसले नहीं लिए हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि ये फैसला बस यूपी की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए है इसके अलावा और कोई सोच नहीं है।

कांग्रेस का महिला आरक्षण कार्ड अन्य पार्टियों के लिए मुसीबत साबित हो सकता है। अन्य किसी पार्टी भाजपा, समाजवादी पार्टी, बसपा आदि ने आज तक इतनी तादाद में महिला प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में नहीं उतारा। अगले विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी में कितनी प्रतिशत महिला उम्मीदवार होंगी, कांग्रेस को छोड़कर किसी ने ऐलान नहीं किया है। समाजवादी पार्टी और भाजपा में तो कोई बड़ी महिला नेत्री तक नहीं हैं।

दलितों की आवाज के लिए लड़ूंगी

प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं उनके लिए लड़ रही हूं जिनकी आवाज को आज उत्तरप्रदेश में दबाया जा रहा है। यूपी में शोषितों की आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है। हमारी लड़ाई बदलाव के लिए है। प्रियंका ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए ये बता दिया कि अगले यूपी चुनाव में कांग्रेस का मुद्दा महिला और दलित मुख्य रूप से रहेंगे।

महिला उम्मीदवार कहां से लाएगी कांग्रेस

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार 40% प्रतिशत सीट कांग्रेस ने महिलाओं के आरक्षित कर दिया है। लेकिन कांग्रेस के लिए इन सीटों पर योग्य महिला उम्मीदवारों को उतारना चुनौती होगी जो पार्टी के उम्मीदों पर खड़ी उतर सकें। पिछले चुनाव की बात करें तो कई सीट पर कांग्रेस के लिए तो उम्मीदवार नहीं मिल रहे थे। हालांकि इस बार कांग्रेस की चेहरा प्रियंका गांधी होंगी तो कुछ असर हो।

कांग्रेस की इकलौती युवा महिला विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) ने पार्टी छोड़ चुकी हैं। कांग्रेस ने यूपी की 403 सीटों में से 165 सीट पर महिला उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। कौन-कौन से सीट पर महिला उम्मीदवार उतरेंगी, किस जाति से कितनी महिला उम्मीदवार होंगी ये आगे चलकर ही पता चलेगा। लेकिन सवाल यह होने शुरु हो गए हैं कि आखिर कांग्रेस इतनी महिला उम्मीदवार कहां से लाएगी? दूसरा पार्टी के उन उम्मीदवारों से कांग्रेस कैसे निपटेगी जो मुट्ठीभर होने बाद भी पूरे लाव-लश्कर के साथ 5 साल से सत्ताधारी भाजपा सरकार की लाठी खा रहे हैं। पार्टी के ऐसे नेता चुनाव के वक्त कांग्रेस किनारा भी किनारा भी सकते हैं। फिलहाल कांग्रेस का ये कार्ड अन्य पार्टियों पर भारी पड़ता दिख रहा है। 

इससे पहले 5 अक्टूबर 2019 को प्रियंका गांधी ने पार्टी के पचास जिलाध्यक्षों की सूची जारी की थी जिसमें महिलाओं को 10% ही जगह दी गई थी। मात्र 5 जिलाध्यक्ष की महिला हैं। वहीं कांग्रेस के 10 महासचिवों में सिर्फ एक महिला ही उत्तर प्रदेश में पार्टी की महासचिव हैं। 



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