UP Election 2022 Result : RLD के सभी फ्रंटल संगठन भंग, चुनाव में करारी हार के बाद जयंत चौधरी का बड़ा फैसला
UP Election 2022 Result : जयंत चौधरी के निर्देशानुसार रालोद यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया गया है, पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी का ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागु हुआ है...
UP Election 2022 Result : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में इस बार राष्ट्रीय लोकदल ने राज्य में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन ने चुनाव लड़ा था लेकिन पार्टी को इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ और उसे करारी हार का सामना करना पड़ा| अब चुनाव परिणाम आने के बाद राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने एक बड़ा फैसला लिया है|
जयंत चौधरी का बड़ा फैसला
बता दें कि रालोद अधयक्ष जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद एक निर्देश जारी किया है| पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्देशानुसार रालोद यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया गया है| पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी का ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागु हुआ है| जयंत चौधरी के फैसले के बार में राष्ट्रीय लोक दल के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई है| बता दें कि पार्टी की ओर से ट्वीट कर लिखा गया है कि 'राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह जी के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोकदल उत्तर प्रदेश के प्रदेश, क्षेत्रीय और जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ये फैसला विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लिया है|
उत्तरर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इन पार्टियों के साथ था संगठन
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पारी गठबंधन का हिस्सा थी| जिसमें सुभासपा और प्रसपा समेत कुल चार पार्टियां थीं, जबकि दूसरी तरफ बीजेपी के साथ अनुप्रिया पटेल की अपना दल और डॉ. संजय निषाद की पार्टी थी| बीजेपी गठबंधन को राज्य में प्रचंड बहुमत मिला है|
रालोद को राज्य ने मिली इतनी सीटें
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधासभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को कुल 273 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है जबकि सपा गठबंधन को कुल 125 सीटें मिली हैं| हालांकि राष्ट्रीय लोक दल को केवल 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है| वहीं सुभासपा को भी केवल छह सीटें ही मिली है|