Garlic And Honey Benefits: शहद और लहसुन के फायदे

Garlic And Honey Benefits : क्या आपको बहुत जल्दी जल्दी सर्दी या जुकाम होता है? क्या आपका वजन बढ़ रहा है? तो जानिए शहद और लहसुन की ऐसी गुणकारी जानकारी जिनसे काफी हद तक हमारी इम्यूनिटी होती है मजबूत।

Update: 2022-07-02 10:24 GMT

मोना सिंह की रिपोर्ट

Garlic And Honey Benefits: शहद एक नेचुरल स्वीटनर है। वहीं, लहसुन में प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। शहद और लहसुन दोनों के अलग-अलग फायदे के बारे में तो जरूर जानते होंगे। लेकिन लहसुन और शहद दोनों को एक साथ इस्तेमाल करें तो ये सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है? इस बारे में कम लोग ही जानते हैं। दरअसल, जैसे 1 और 1 मिलकर 11 होते हैं ठीक वैसे ही शहद और लहसुन के मिश्रण का प्रयोग करने से हमारा शरीर कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो जाता है। क्योंकि शहद में जिन पोषक तत्वों की कमी होती है उन कमियों की भरपाई लहसुन से पूरी हो जाती है। इसके अलावा ऐसे बहुत से गुण हैं जिनकी वजह से देश और दुनिया में शहद और लहसुन का चिकित्सीय इस्तेमाल किया जाता है। इस लेख में आज हम शहद और लहसुन के फायदे के साथ इसके पोषक तत्वों और इससे होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में भी जानेंगे। आइए, लेख की शुरुआत में जानते हैं कि लहसुन और शहद के फायदे के बारे में।

लहसुन और शहद के फायदे - Benefits of Garlic and Honey in Hindi

लहसुन और शहद दोनों का एक साथ मिलाकर सेवन करने से हमें औषधि की तरह फायदा मिल सकता है। कई शोध बताते हैं कि सैकड़ों साल से शहद और लहसुन को घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। धयान रहे कि ये सिर्फ घरेलू उपचार हैं। इसके इस्तेमाल से कुछ राहत मिल सकती है लेकिन किसी बीमारी का ये पूरा इलाज नहीं है। इसलिए आपको डॉक्टर की जरूर राय लेनी चाहिए। आइए जानते हैं शहद और लहसुन कैसे बैक्टीरिया से लड़कर करते हैं हमारे शरीर की रक्षा

1. एंटीबैक्टीरियल गुण

लहसुन और शहद दोनों का औषधीय प्रयोग काफी पुराना है। एक शोध के मुताबिक, लहसुन और शहद को अलग-अलग टेस्ट किया गया तो ये बैक्टीरिया को मारने में सक्षम मिले। इसके बाद शहद और लहसुन दोनों को मिक्स करके जांच की गई तो अलग-अलग के बजाय मिक्सर ज्यादा प्रभावकारी साबित हुआ। नेशनल सेंटर फॉर बॉयोटेक्नॉलजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) की एक रिसर्च के मुताबिक, शहद और लहसुन से बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज हो सकता है।

दोनों का सेवन करने से ये काफी हद तक प्राकृतिक एंटीमाइक्रोबियल दवा की तरह काम करते हैं। शहद में एंटीमाइक्रोबियल गुण उसमें मौजूद हाइड्रोजन पराक्साइड नामक एंजाइम पर निर्भर होता है। शहद में मौजूद हाइड्रोजन पराक्साइड, ऑक्सीजन और ग्लूकोज से मिलकर ग्लूकोनिक एसिड बनाता है जिसमें एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टी होती है।

इसी तरह लहसुन का चिकित्सीय प्रयोग का पुराना इतिहास रहा है। एनसीबीआई के एक शोध के अनुसार, एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। एक जर्नल में प्रकाशित Omoya और Akharaiy की रिसर्च के अनुसार, शहद और लहसुन को मिलाने से एंटीमाइक्रोबियल एक्टिविटी का गुण काफी ज्यादा हो जाता है। इसलिए अगर किसी के गले में इंफेक्शन है या सर्दी है या एलर्जी रहती है तो ऐसे बैक्टीरियल इंफेक्शन में शहद और लहसुन का एकसाथ सेवन करना लाभदायक है। हालांकि, इस संबंध में कोई साइंटिफिक साक्ष्य नहीं मिल पाए हैं।

2. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए

इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता। इम्यूनिटी कमजोर मतलब बीमारियों से लड़ने में हमारे शरीर का कमजोर होना। इसलिए इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए शहद और लहसुन का घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। लहसुन और शहद में काफी ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड पाए जाते हैं। ये हमारे शरीर के प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार होते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट गुण के कारण लहसुन फ्री रेडिकल्स को रोकता है। जिससे डीएनए को नष्ट होने से बचाया जा सकता है।

लहसुन में जिंक पाया जाता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार है। इसमें विटामिन-C होता है। जो बैक्टीरियल इंफेक्शन के अलावा आंख और कान में होने वाले इंफेक्शन को रोकने में भी सहायक होता है। लहसुन की एक पूरी कली में एलिन (Alliin) होता है। अगर लहसुन को क्रश करें तो ये एलिसिन (Allicin) में बदल जाता है। एलिसिन में सल्फर होता है और जब लहसुन को कूचकर शहद के साथ खाते हैं तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को ज्यादा बढ़ाने में सहायता करता है। इससे कॉमन कोल्ड और फ्लू के वायरस को रोकने में मदद मिलती है।

3. हृदय स्वास्थ्य के लिए

शहद और लहसुन में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट दिल की बीमारी और हार्ट अटैक होने की संभावना को कम करता है। आयुर्वेद के प्रसिद्ध ग्रंथ चरकसंहिता में भी लिखा है कि लहसुन को हार्ट डिजिज और अर्थराइटिस का इलाज कई सदियों से हो रहा है। लहसुन ब्लड में एलडीएल (यानी खराब कॉलेस्ट्रॉल) के स्तर को कम करता है।

इस तरह ये खून को पतला करने में सहायक होता है और रक्त वाहिकाओं को कठोर होने नहीं देता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। इस तरह अगर लहसुन और शहद को मिलाकर खाए तो हमारे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और दिल की धमनियों में जमी वसा को भी खत्म करने में मदद मिलती है।

4. मेमोरी और ब्रेन हेल्थ के लिए

शहद और लहसुन में काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इन दोनों के एक साथ सेवन करने से हमारे शरीर की इम्यूनिटी क्षमता और बढ़ जाती है। एक रिसर्च के मुताबिक, पुराने लहसुन के अर्क में कायोलिक (Kyolic Acid) एसिड नामक एंटी ऑक्सीडेंट ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। ये एसिड ब्रेन डैमेज को रोकने में सहायक होता है।

इसके अलावा ये याद्दाश्त (मेमोरी), ध्यान और फोकस बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है। याद्दाश्त भूलने वाली मानसिक बीमारी जैसे डिमेंटिया (Dementia) और अल्जाइमर (Alzheimer's) में भी शहद और लहसुन का मिश्रण काफी सहायक माना गया है। हालांकि, रिसर्च में ये भी पाया गया है कि अभी इस संबंध में और भी स्टडी करने की जरूरत है।

5. कॉलेस्ट्रॉल कम करने के लिए

लहसुन और शहद का मिश्रण कॉलेस्ट्रॉल स्तर को बैलेंस करने में सहायक है। इससे हार्ट अटैक होने का खतरा भी कम होता है। कच्चे लहसुन की निश्चित मात्रा सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लेने से शरीर में कॉलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम होता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर को भी कम करने में सहायता मिलती है। लहसुन को पकाने पर उसका ये गुण कम हो जाता है। इसलिए कच्चे लहसुन का सेवन को ही ज्यादा फायदेमंद माना गया है।

6. वजन कम करना

लहसुन शरीर में फैट (fat) स्टोर करने वाली कोशिकाओं का बनना कम करता है। इसके अलावा ये शरीर को गर्म करता है। जिससे फैट बर्न ज्यादा होता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि शहद में लहसुन मिलाकर खाने से फैट बर्निंग की प्रक्रिया तेज हो जाती है। जिससे वजन कम करने में काफी सहायता मिलती है। कच्चे लहसुन को शहद में मिलाने से ये नेचुरल डीटॉक्सिक बन जाता है। इसे सुबह खाने से शरीर का मेटाबोलिज्म (Metabolism) बढ़ जाता है और खाना पचाने में सहायक भी होता है। जिससे वजन कम करने में आसानी होती है।

7. स्किन के लिए

शहद और लहसुन के फायदे में अभी तक शरीर की आंतरिक बीमारियों से लड़ने के बारे में जानें। लेकिन इन दोनों में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण हमारी खूबसूरती निखारने में भी काफी मददगार हैं। अगर आपके चेहरे पर मुंहासे या झुर्रियां हैं तो लहसुन की दो कलियां को क्रश करके उसमें शहद मिला लें। इससे पेस्ट बनाकर पिंपल्स पर 10-15 मिनट तक लगाएं। इससे पिंपल्स कम हो सकते हैं।

ये स्किन की झुर्रियों को भी कम करने में सहायक है। लहसुन एंटी एजिंग का भी काम करता है। कई लोगों की स्किन पर लाल-लाल धब्बे हो जाते हैं। ऐसे में लहसुन के एंटी इन्फ्लैमेटरी गुण ऐसी परेशानी से भी निजात दिलाने में सहायक है। लहसुन और शहद को मिलाकर त्वचा पर लगाने से UV किरणों से बचाने में भी सहायक होता है।

प्रयोग - How To Use Garlic and Honey in Hindi

लहसुन और शहद को एक साथ इस्तेमाल करने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि 12 से 13 कलियां लहसुन की लें। इन्हें अच्छी तरह से साफ करके पीस लें। या फिर बिना क्रश किए भी इस्तेमाल में ले सकते हैं। फिर एक कप शुद्ध शहद (लगभग 300 ml) लें। दोनों को एक साथ किसी कांच के जार में डालकर करीब 1 सप्ताह तक कमरे में रख दें। कुछ दिनों बाद इस मिश्रण को रोजाना सुबह एक चम्मच ले सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इसमें लहसुन की एक या दो कलियों की मात्रा जरूर हों। बेहतर स्वाद के लिए जार में रखे मिश्रण का इस्तेमाल एक महीने बाद भी कर सकते हैं।

आइए अब जानते हैं कि शहद और लहसुन के सेवन का कोई साइड इफेक्ट भी होता है?

शहद और लहसुन के साइड इफेक्ट - Side Effects of Garlic and Honey in Hindi

लहसुन और शहद के पोषक तत्व हमारे लिए काफी लाभदायक हैं। ये तो हम समझ गए। लेकिन क्या इससे किसी को साइड इफेक्ट भी हो सकता है। ये जानना भी जरूरी है। इसलिए अगर किसी को कुछ खाने या स्किन पर लगाने से एलर्जी होती हो तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें। दरअसल, लहसुन कई लोगों में एलर्जी पैदा करता है। शहद में अगर अधिक मात्रा में लहसुन मिला लेते हैं तो इससे खून काफी मात्रा में पतला भी हो सकता है। जिससे ब्लीडिंग होने का खतरा भी हो जाता है। इसलिए हमेशा कितनी मात्रा में लहसुन को लेना है, इसका ध्यान रखना जरूरी है।

इसी तरह डायबिटीक मरीज को शहद और लहसुन के सेवन से पहले डॉक्टर से राय लेनी चाहिए। क्योंकि कई बार शहद के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। वैसे तो शहद से कोई एलर्जी नहीं होती है लेकिन कई बार मधुमक्खी पॉलेन से कुछ लोगों को एलर्जी होने की संभावना रहती है। इसलिए जिन लोगों को ऐसी दिक्कत होती है वो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। क्योंकि ऐसा नहीं करने से कफ, नाक से पानी आना, उल्टी, कमजोरी, चेहरे या गले पर सूजन जैसी दिक्कत आ सकती है।

शहद और लहसुन का अगर सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो ये हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। खासतौर पर लहसुन के खाने में स्वाद से लेकर कई बीमारियों में इससे होने वाले फायदे को देखते हुए इसे सुपरफूड भी कहा जाता है। इसी तरह शुद्ध शहद हमारे भी एंटी बैक्टीरियल के साथ हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक है। इस तरह जब हम शहद और लहसुन दोनों को एक साथ इस्तेमाल करते हैं तो ये सुपर हेल्दी फूड भी कह सकते हैं। हालांकि, इसके इस्तेमाल के साथ ये जरूर ध्यान रखना है कि अगर हमें एलर्जी की शिकायत रहती है तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। ताकी शहद और लहसुन के फायदे का सही मायने में हेल्दी बनाए रख सकें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

खाली पेट लहसुन और शहद के क्या फायदे हैं?

  • खाली पेट लहसुन और शहद का मिश्रण खाने से ये डीटॉक्सिक की तरह काम करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद की रिपोर्ट के मुताबिक, लहसुन और शहद के मिश्रण खाने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और ब्लड में जमे फैट भी कम होते हैं। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।

क्या हम रोजाना लहसुन और शहद खा सकते हैं?

हां, रोजाना एक चम्मच शहद और लहसुन का मिक्सर खा सकते हैं। इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और मोटापा भी कम होता है। लेकिन जिसे एलर्जी होती है वो डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

शहद में लहसुन कितने समय तक रहता है?

पुराने लहसुन और शुद्ध शहद के मिश्रण को कमरे के तापमान पर सफेद कांच के जार में रखकर एक साल तक इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, खाने से कुछ परेशानी लगे तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।

क्या रात में लहसुन और शहद ले सकते हैं?

अगर आपको एलर्जी की समस्या नहीं है तो सोने से 1-2 घंटे पहले लहसुन और शहद को ले सकते हैं।

क्या लहसुन और शहद वजन घटाएंगे?

लहसुन और शहद का मिश्रण वजन घटाने में सहायक होते हैं। क्योंकि ये दोनों मिलकर फैट बर्न करते हैं और हमारे मेटाबोल्जिम रेट को बढ़ा देते हैं।

Tags:    

Similar News