चीन के 12 शहरों में लग रहे 'जिनपिंग गद्दी छोड़ो' के नारे, अपनी ही जनता पर मिर्च का स्प्रे डलवा रही सरकार, ये है कारण

China News: चीन के लगभग एक दर्जन से अधिक शहरों की जनता सड़कों पर उतर चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा कि, शंघाई, बीजिंग, उरूमकी, नानजिंग, गुआनझोहू, वुहान इत्यादी में एक से हालात बनते दिख रहे हैं...

Update: 2022-11-28 04:39 GMT

चीन के 12 शहरों में लग रहे 'जिनपिंग गद्दी छोड़ो' के नारे, अपनी ही जनता पर मिर्च का स्प्रे डलवा रही सरकार, ये है कारण

China News: चीन के लगभग एक दर्जन से अधिक शहरों की जनता सड़कों पर उतर चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा कि, शंघाई, बीजिंग, उरूमकी, नानजिंग, गुआनझोहू, वुहान इत्यादी में एक से हालात बनते दिख रहे हैं। राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने तीसरे कार्यकाल का सपना सजों चुके हैं जो कि मार्च 2023 में पूरा होना बताया जा रहा है। 

लेकिन चीन की सड़कों पर हो रहा ये प्रदर्शन उनके लिए मुसीबत का सबब बनकर सामने आ रहा है। कोविड-19 की वजह से देश में जो जीरो कोविड नीति लागू की गई है, उसे लेकर जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच चुका है। जिनपिंग के खिलाफ सड़कों पर नाराजगी देखी जा रही है। जनता जिनपिंग गद्दी छोड़ो के नारे लगा रही है। 

अभी तक जिस कोविड को लेकर अमेरिका से लेकर आस्ट्रेलिया तक में गुस्सा नजर आ रहा था, वही अब चीन में भी दिख रहा है। कोविड केसेज भले ही कुछ कम हुए हों मगर इसके बाद भी लॉकडाउन की वजह से नाराजगी बढ़ती जा रही है। 

मुश्किल हैं वुहान में हालात 

जिस वुहान से कोविड की शुरूआत हुई थी, वहां का नजारा जिनपिंग और उनके प्रशासन को चौंका देने वाला है। यहां पर प्रदर्शनकारी चिल्ला रहे हैं, 'यह वुहान से शुरू हुआ था, और यहीं से खत्म होगा।' नाराज जनता ने लोहे की बैरीकेडिंग तक तोड़ दी। कोविड टेस्ट कराने से मना कर दिया और यहां तक की लॉकडाउन को समाप्त करने की मांग रखी।

बता दें कि, दिसंबर 2019 में कोरोना वायरस का पहला केस वुहान में ही मिला था। यहां से पूरी दुनिया में पहुँचा और अब तक इसका असर देखा जा सकता है। जीरो कोविड नीति की वजह से बिजनेस ठप पड़े हैं और परिवारों को कई हफ्तों तक आइसोलेशन में रखा जा रहा है। इनका कहना है कि खाना भी सीमित मात्रा में मिल रहा है। इसके अलावा दवाइयां भी ठीक से नहीं मिल पा रही हैं। कोविड के कारण लोगों को कई तरह के प्रतिबंधों से गुजरना पड़ रहा है। 

प्रदर्शनकारियों पर मिर्च का स्प्रे 

सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी के खिलाफ जनता की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। चीन के लोगों का मानना है कि जिनपिंग और उनकी सरकार को न तो लॉकडाउन के आर्थिक पहलू की चिंता है और ना ही उन्हें इसकी मानवीय कीमत का कोई अंदाजा है। शंघाई में तो पुलिस ने सभी हदें पार करते हुए 300 लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काली मिर्च का स्प्रे यूज किया गया। इस दौरान जनता जिनपिंग गद्दी छोड़ो के नारे लगाती रही।

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