Bangladesh Temple Attack : बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर इस्लामिक कट्टरपंथियों का फिर हमला, कई जिलों में तनाव
Bangladesh Temple Attack : बांग्लादेश के गृहमंत्रालय के निर्देश के बाद तनावग्रस्त जिलों में सुरक्षा बल तैनात किये गए हैं।
Bangladesh। बांग्लादेश (Bangladesh) के नौखली के इस्कॉन मंदिर पर आज फिर इस्लामिक कट्टरपंथियों (Islamic Extermists) ने हमला किया है। खबरों के मुताबिक मंदिर पर करीब 200 कट्टरपंथियो की भीड़ ने हमला (Mob Attack) किया। इस हमले में कथित तौर पर इस्कॉन मंदिर (ISCON Temple) से जुड़े एक सदस्य पार्थ दास की मौत भी हुई है। पार्थ दास का शव नजदीक के तालाब में पाया गया है। इससे एक दिन पहले विजयदशमी के दिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को अलग-अलग जगहों पर निशाना बनाया गया।
इस्कॉन मंदिर से जुड़े एक सदस्य राधारमण दास ने ट्वीट कर बताया कि पार्थ दास कल से लापता थे और आज सुबह उनका शव तालाब में तैरते मिला। उनके शरीर पर निशान बताते हैं कि उन्हें बहुत ही बेरहमी से पीटा गया। यही नहीं उनके उनके साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर शरीर के हिस्सों को निकाल लिया गया।
इस घटना को लेकर न्यूयॉर्क स्थित इस्कॉन इंक (ISCON Inc.) ने भी ट्वीट किया है। इसमें सरकार से हिंदुओं को न्याय और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की गई है। इस्कॉन मंदिर और भक्त बांग्लादेश के नौखली में कट्टरपंथियो की भीड़ के हमले का शिकार हुए। कट्टरपंथियो की भीड़ द्वारा इस्कॉन मंदिर को भारी नुकसान पहुंचा और भक्तों की हालत नाजुक है। हम बांग्लादेश की सरकार से मांग करते है कि यहां सभी हिन्दुओं (Hindus) की सुरक्षा करे और हमे न्याय मिले। इस्कॉन ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हिन्दुओं की सुरक्षा की मांग की है।
बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर पर हमले की घटना के बाद से चांदपुर, कॉक्स बाजार, बंदरबन, चिट्टागॉन्ग, गाजीपुर में अब भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। बांग्लादेश (Bangladesh) की सरकार ने हिंदुओं की सुरक्षा के लिए व्यवस्था को बढ़ा दिया है। बांग्लादेश के गृहमंत्रालय के निर्देश के बाद तनावग्रस्त जिलों में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) की तैनाती कर दी गई है। बांग्लादेश के गृहमंत्री असदुज्जमान खान ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर के निवेदन पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश की तैनाती की गई है।
शेख हसीना के बयान के बाद भी हिंसा
इस्कॉन मंदिर पर हमले की घटना उस वक्त हुई जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजिद कह ही रही थी कि दोषी कोई भी हो उसे सजा मिलेगी। शेख हसीना कल विजय दशमी पर हुई हिंसा पर बयान दे रही थी। इस हिंसा में एक हिन्दू की मौत हो गई थी और 17 लोग जख्मी हुए थे। शेख हसीना के बयान के बाद भी अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले नहीं रुके हैं।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हमेशा धार्मिक हिंसा के शिकार होते रहे हैं और आज भी उनके ऊपर हिंसा हो रही है। हसीना सरकार अल्पसंख्यको पर हो रहे हमलों को रोकने में नाकाम दिख रही है। हसीना पर ये भी आरोप लगते है कि अपनी सत्ता बचाये रखने के लिए वो चरमपंथियों को सह देती है।
नौखली के एडिशनल सुपरइंटरेंडेट पुलिस (बेगमगंज सर्किल ) शाह इमरान ने मीडिया से बताय था कि भीड़ के हमले में मरने वाले व्यक्ति की पहचान जतन कुमार साह (42 वर्षीय) के रूप हुई है। आज सुबह वही नौखली में पार्थ दास शरीर तालाब में मिला। शुक्रवार (15 अक्टूबर) की ये घटना नौखली के बेगमगंज कॉलेज रोड और डीबी रोड पर दोपहर के बाद हुई। सोशल मीडिया पर फैली अफवाहें इस हिंसा की मुख्य वजह है। अफवाह थी कि दुर्गापूजा में मुसलमानों की पवित्र किताब कुरान का अपमान किया गया ,जिसके बाद से हिंसा फैली।"