भाषण लिखने से लेकर बजट बनाने तक, बाइडेन की टीम में भारतवंशियों को मिली अहम जिम्मेदारी
बाइडेन ने अपनी कैबिनेट में बड़ी संख्या में भारतवंशियों को जगह दी है, इससे यह तो स्पष्ट होता है कि अमेरिका की भविष्य की नीतियों में भारतवंशियों की अहम भूमिका रहने वाली है..
जनज्वार। जो बाइडेन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के पद पर शपथ ले ली है। अब सबकी निगाहें इस ओर टिकी हुई हैं कि उनकी भविष्य की नीतियां क्या होंगी। हालांकि पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने कई फैसले ले लिए हैं, जिन्हें उनके भविष्य की रणनीति की झलक के रूप में देखा जा रहा है।
इन सबके बीच यह सवाल लगातार प्रमुखता से उठ रहा है कि क्या भारत के प्रति उनकी नीति पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप की तरह होगी या कुछ अलग होगी। वैसे बाइडेन ने अपनी कैबिनेट में बड़ी संख्या में भारतवंशियों को जगह दी है। इससे यह तो स्पष्ट होता है कि अमेरिका की भविष्य की नीतियों में भारतवंशियों की अहम भूमिका रहने वाली है।
आइए जानते हैं कि नए राष्ट्रपति जो बाइडेन की टीम में किन भारतवंशियों को अहम जिम्मेदारी दी गई है। वैसे यह देश के लिए गर्व का विषय है कि सात समंदर पार के देश मे भी भारतवंशी अपनी प्रतिभा के डंके बजा रहे हैं।
बाइडेन की नई टीम में 50 वर्षीया भारतवंशी नीरा टंडन को शामिल किया गया है। नीरा टण्डन अमेरिका का बजट तैयार करने में अहम भूमिका निभाएंगी। वहीं 47 साल की माला अडिगा राष्ट्रपति की पत्नी की पॉलिसी सलाहकार बनाई गईं हैं। जबकि सबरीना सिंह को फर्स्ट लेडी यानि राष्ट्रपति की पत्नी का मीडिया सलाहकार बनाया गया है।
उधर भारतीय मूल की आयशा शाह को सोशल मीडिया और मीडिया ब्रीफ्रिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि समीरा फाजली आर्थिक मामलों में जो बाइडेन की सलाहकार होंगी।
वहीं भारतवंशी भरत रामामूर्ति को भी आर्थिक मामलों का सलाहकार बनाया गया है। जबकि गौतम राघवन राष्ट्रपति के लिए स्टाफ की नियुक्ति करेंगे।
भारतीय मूल के विनय रेड्डी को भी काफी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे राष्ट्रपति बाइडेन के भाषणों को लिखने की जिम्मेदारी निभाएंगे।
उधर भारतीय मूल के एक और विशेषज्ञ वेदांत पटेल को राष्ट्रपति के असीस्टेंट प्रेस सेक्रेटरी के तौर पर जगह दी गई है। जबकि सोनिया अग्रवाल पर्यावरण मामलों के लिए वरिष्ठ सलाहकार बनाई गईं हैं। भारतीय मूल के विदुर शर्मा अमेरिका को कोरोना से बचाने वाली टीम में शामिल किए गए हैं।
यही नहीं बल्कि एनएससी यानि नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में भी भारतीय मूल के तीन लोगों को जगह दी गई है। वहीं कानूनी सलाह देने वाली टीम में भी भारतीय मूल की दो महिलाओं को शामिल किया गया है। इसके अलावा कई अन्य भारतीय मूल के लोग भी बाइडेन की स्पेशल टीम में शामिल किए गए हैं।