Hijab Row In Iran : हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली 20 वर्षीय युवती को पुलिस ने मारी 6 गोलियां, इलाज के दौरान मौत

Hijab Row In Iran : ईरानी सुरक्षाबलों की क्रूरता का एक और नमूना सामने आया है, 20 साल की युवती हदीस नजफी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, ईरान में विरोध प्रदर्शनों के दौरान अब तक कम से कम 57 लोगों की मौत हो चुकी है...

Update: 2022-09-27 09:43 GMT

Hijab Row In Iran : हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली 20 वर्षीय युवती को पुलिस ने मारी 6 गोलियां, इलाज के दौरान मौत

Hijab Row In Iran : ईरान में हिजाब पहनने की अनिवार्यता को लेकर महिलाएं सड़क पर उतर चुकी हैं। ईरान में हिजाब के विरोध में प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है। वहीं इसी बीच ईरानी सुरक्षाबलों की क्रूरता का एक और नमूना सामने आया है। बता दें कि यहां 20 साल की युवती हदीस नजफी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हदीस का एक वीडियो समाने आया था जिसमें वह प्रदर्शन में शामिल होने की तैयारी कर रही थीं। वह अपने खुले हुए बालों को बांध रही थीं। जानकारी के लिए बता दें कि ईरान में विरोध प्रदर्शनों के दौरान अब तक कम से कम 57 लोगों की मौत हो चुकी है।

हदीस को पुलिस ने मारी 6 गोलियां

हदीस नजफी के अंतिम संस्कार का वीडियो भी सामने आया है। उनकी तस्वीर के सामने लोग रो रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुरक्षाबलों ने बड़ी क्रूरता से उनकी हत्या की है। हदीस नफजी के पेट, गर्दन, सीने और हाथ और चेहरे पर गोली लगी थी। पुलिस ने हदीस नफजी को 6 गोलियां मारी है।

इलाज के दौरान हदीस की हो गई मौत

वहीं ईरान की एक पत्रकार ने ट्वीट किया, महसा अमीनी की हत्या के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए तैयार हो रही थीं ये 20 साल की लड़की। इस्लामिक रिपब्लिक के सुरक्षा बलों ने इसके सीने, चेहरे और गर्दन पर गोली मारी। ईरान में विरोध प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हदीस नफजी के जो वीडियो सामने आए हैं उससे पता लगता है कि वह डांस की भी शौकीन थीं। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि 21 सितंबर को उन्हें गोली मार दी गई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। 25 सितंबर को उनकी मौत की पुष्टि की गई है। अब लोगों में आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया है।

महसा अमीनी की मौत के बाद भड़का प्रदर्शन

बता दें कि बीते दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें महिलाएं अपने हिजाब को उतारकर आग में झोंक रही थीं। ईरान में यह विरोध 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद भड़का है। हिजाब ना पहहने के कारण उनको सुरक्षाबलो ने हिरासत में ले लिया था और कस्टडी में ही महसा ने दम तोड़ दिया। आरोप है कि पुलिस कस्टडी में महसा अमीनी को मारा-पीटा गया था, जिस कारण वह कोमा में चली गईं और उनकी मौत हो गई। वहीं इस मामले में प्रशासन का कहना है कि महसा अमीनी की मौत प्रताड़ना के कारण नहीं बल्कि हार्ट अटैक से हुई है।

जानकारी के लिए बता दें कि अब हिजाब के खिलाफ यह प्रदर्शन केवल ईरान का ही नहीं बल्कि ग्लोबल हो चुका है। लंदन में भी लोगों ने महसा अमीनी की मौत को लेकर ईरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। 16 सितंबर को अमीनी की मौत हुई थी। 

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