Imran Khan No Confidence Motion Dismissed : इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज, सरकार ने अमेरिका पर साजिश का आरोप लगाया

Imran Khan No Confidence Motion Dismissed : पाक नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने अनुच्छेद पांच का हवाला देकर प्रस्ताव को खारिज किया।

Update: 2022-04-03 07:34 GMT

चोरों के साथ सदन में नहीं बैठूंगा, नए प्रधानमंत्री के चुनाव का बहिष्कार करेगी पीटीआई, इमरान खान ने खायी कसम

Imran Khan No Confidence Motion Dismissed : पाकिस्तान नेशनल असेंबली में पीएम इमरान खान ( Pakistan Prime Minister Imran Khan ) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ( No Confidence Motion Dismissed ) मामले में नया मोड़ आ गया है। ताजा अपडेट के मुताबिक इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया है। अविश्वास प्रस्ताव बिना वोटिंग के ही खारिज हो गया है।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री इमरान खान ( Pak PM Imran Khan ) ने मुल्क को संबोधित करते हुए संसद को भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति ( pakistan President ) से की है। इमरान खान ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से संसद को भंग करने की सिफारिश की है। मेरे खिलाफ विदेशी साजिश ( Foreign Conspiracy) हुई है। देश की जनता अब नए चुनाव की तैयारी करे।

फिर लगाया विदेशी साजिश का आरोप

खास बात यह है कि पाक नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने अनुच्छेद पांच का हवाला देकर प्रस्ताव को खारिज किया। पाक संसद में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के तत्काल बाद इमरान खान ( Imran khan ) ने देश को संबोधित किया। पाक पीएम ने फिर विदेशी साजिश होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि मैं कौम से कहता हूं कि आप चुनावों की तैयारी करें। कोई विदेशी ताकत ( Foreign Conspiracy )  इस कौम का मुस्तकबिल नहीं तय करेगा।

इस्लामाबाद में धारा 144 लागू

इस बीच इमरान खान ( Imran Khan ) सरकार से पीटीआई की प्रमुख सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान ( एमक्यूएम-पी ) ने इमरान सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इसके बाद से नेशलन असेंबली में इमरान सरकार ने बहुमत खो दिया है। इस घटना के बाद पाक संसद के आसपास के रेड जोन वाले इलाकों को सील कर दिया गया हे। भारी संख्या में पाक सेना के जवानों को राजधानी इस्लामाबाद में तैनात कर दिया गया है। इस्लामाबाद में सतर्कता के मद्देनजर धारा 144 लागू कर दिया गया है।

74 साल के इतिहास पाक में ज्यादा समय सेना का शासन

बता दें कि पाकिस्तान के 74 साल से अधिक के इतिहास में उस पर आधे से ज्यादा समय तक शक्तिशाली सेना की हुकमूत रही है। पाकिस्तान में सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े मामलों में अब तक सेना का अच्छा-खासा दखल रहा है।  

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