भारत के साथ 15 सीमा चौकियों पर नेपाल ने तैनात करनी शुरू कर दी अपनी सेना, क्या कह रहा नेपाली मीडिया
नेपाल ने अपने सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती भारतीय सीमा की 15 चौकियों पर कर दी है जिसे नेपाल सशस्त्र प्रहरी कहा जाता है। सशस्त्र पुलिस बल अब सालभर सीमा चौकियो की चौकसी कर सकता है।'
जनज्वार ब्यूरो। भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में नेपाल ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख अपने नए राजनीतिक मानचित्र में दर्शाना शुरु कर दिया है। इसके साथ ही बारत नेपाल सीमा की 15 चौकियों में से अधिकांश पर सशस्त्र पुलिस बल (नेपाल की सेना) को तैनात करना शुरू कर दिया है।
इस मामले के जानकारों के मुताबिक, अब तक केवल दो सीमा चौकियों छंगारू और झूलाघाटर पर ही स्थायी रूप से मौजूद हैं जो कि नेपाल के दारचुला और बेतेरी जिले में स्थित हैं। इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि बाकि 13 सीमा चौकियां नेपाल के गांव जैसे डकोट, स्यांकु, ब्रह्मदेव, खाटे बगड, काकडा दिक्कची, उक्कू, बाकू, रौतारा और बलरा में अस्थायी रूप से स्थापित हैं।
'पहले ये सीमा चौकियां नेपाल सीमा प्रहरी के जवानों के द्वारा संचालित की जाती थीं। नई बात यह है कि नेपाल ने अब अपने सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती कर दी है जिसे नेपाल सशस्त्र प्रहरी कहा जाता है। सशस्त्र पुलिस बल अब सालभर सीमा चौकियो की चौकसी कर सकता है।'
एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि छंगारू और झूलाघाट में नेपाल सशस्त्र प्रहरी के 20 से अधिक जवान तैनात है। पहले नेपाल सरकार इन दो सीमा चौकियों पर नेपाल प्रहरी के लगभग छह जवानों को तैनात करती थी।
छंगारू भारत की तरफ सीतापुल के करीब है जो हिमालय में कापी ऊंचाई पर स्थित है। उन्होंने बताया कि सीमा चौकी पर तैनात जवान नियमित रूप से सीमा के उस पार गश्त करते रहते हैं। भारतीय सुरक्षा नेपाल की ओर से हर गतिविधि को बहुत करीब से देख रहा है।
बता दें कि मंगलवार 9 जून को नेपाली संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा ने नेपाल के नए राजनीतिक नक्शे और नए प्रतीक चिन्ह को अपनाने के लिए सरकार द्वारा प्रस्तावित संविधान संशोधन पर आम सहमति बना ली। इसके ठीक तीन दिन बाद नेपाल पुलिस बल ने बिहार के सीतामढ़ी के सोनबरसा में भारत-नेपाल सीमा पर नेपाली पुलिस ने पांच भारतीयों को गोली मार दी, जिसमें 25 वर्षीय विकेश कुमार नाम के युवक की मौत हो गई। तीन अन्य जख्मी लोगों को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा एक जख्मी युवक को नेपाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
काठमांडू पोस्ट के मुताबिक सशस्त्र पुलिस बल (नेपाली पुलिस) ने इस घटना को लेकर बताया कि सीतामढ़ी जिले के बिकेश कुमार ने सीने में गोली लगने से दम तोड़ दिया। इसी तरह, सीतामढ़ी के दो अन्य व्यक्तियों- उदय ठाकुर और उमेश राय, को भी गोली लगी। एक चौथे व्यक्ति जिसकी पहचान नवल किशोर राय के रूप में की गई है, उसे कैप्चर किया गया क्योंकि उसने सुरक्षाकर्मियों से हथियार छीनने की कथित कोशिश की थी।
नेपाल के प्रमुख अंग्रेजी समाचार पत्र 'द हिमालयन टाइम्स' ने लिखा, 'सरलाही संघर्ष : आत्मरक्षा में सशस्त्र पुलिस बल ने फायरिंग की, एक भारतीय की मौत, दो घायल।' खबर में आगे कहा गया है, 'आत्मरक्षा में सशस्त्र पुलिस बल ने कथित तौर पर उन लोगों पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं जो सीमा पार से आए और आज सारालाही जिले में ऑन-ड्यूटी सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया।'
माय रिपब्लिका ने लिखा, 'नेपाल और भारत के बीच नारायणपुर बॉर्डर पॉइंट पर शुक्रवार सुबह नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (APF) के जवानों के साथ हाथापाई के दौरान कम से कम पांच भारतीय घायल हो गए। एपीएफ गंगाराम श्रेष्ठ के अनुसार, भारतीय नागरिकों के एक समूह द्वारा आज सुबह लगभग 9 बजे सीमा के माध्यम से नेपाल में घुसने की कोशिश करने के बाद झड़प शुरू हो गई।'