Russia-Ukraine War : पहली बार हाइपरसोनिक किंजल मिसाइलों का इस्तेमाल कर रही रूसी सेना, कीव के पास 7 यूक्रेनी नागरिकों की मौत
Russia-Ukraine War : अधिकारियों ने बयान में जानकारी दी कि दुश्मन की गोलीबारी के नतीजे में सात लोगों की मकारिव में मौत हो गई है,वहीं रूसी रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि वह यूक्रेन में हाइपरसोनिक किंजल मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है.....
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध 24वें दिन भी जारी है। शुक्रवार को यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव के मकारिव इलाके में सात यूक्रेनी नागरिकों के मारे जाने की खबर है जबकि पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी स्थानीय अधिकारियों ने दी है।
अधिकारियों ने बयान में जानकारी दी कि दुश्मन की गोलीबारी के नतीजे में सात लोगों की मकारिव में मौत हो गई है। वहीं आईएफएक्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि वह यूक्रेन में हाइपरसोनिक किंजल मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है। मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि उसने यूक्रेनी सेना के ओडेसा स्थित रेडियो टोही केंद्रों को नष्ट कर दिया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किंजल मिसाइल को एक आदर्श हथियार करार दिया है जो ध्वनि की गति से दस गुना तेजी से उड़ान भरती है और वायु रक्षा प्रणाली को मात दे सकती है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किंजल मिसाइल को एक आदर्श हथियार करार दिया है जो ध्वनि की गति से दस गुना तेजी से उड़ान भरती है और वायु रक्षा प्रणाली को मात दे सकती है।
वहीं यूक्रेन के गृहमंत्री डेनिस मोनास्तिरिस्की ने एसोसिएट प्रेस से बातचीत में कहा कि रूसी बलों द्वारा देस पर बरसाए गए उन बम गोले और बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने में सालों लगेंगे जो फट नहीं पाए हैं। मोनास्तिरिस्की ने कहा कि युद्ध खत्म होने के बाद इस भारी भरकम काम को अंजाम देने के लिए यूक्रेन को पश्चिमी देशों की मदद की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर बड़ी संख्या में बम गोले बरसाए गए हैं। इनमें से कई में विस्फोट नहीं हो सका था। मलबे के नीचे दबे हथियार वास्तव में खतरा हैं। इन्हें निष्क्रिय करने में महीनों नहीं, वर्षों लगेंगे।
इस बीच कंजर्वेटिव पार्टी के एख सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि उनका देश यूक्रेन के लोगों के साथ खड़ा है। हर दिन जब यूक्रेन का साहसी प्रतिरोध जारी है तो यह साफ है कि पुतिन ने एक भयावह गलती की है। जॉनसन ने सवाल किया कि पुतिन ने यूक्रेन पर इतना बड़ा आक्रमण क्यों किया। साथ ही इस विचार को खारिज कर दिया कि यह नाटो में शामिल होने के लेकर रूस ने अपनी सभी चिंताओं की वजह से हमले को अंजाम दियाहै।
जॉनसन ने कहा कि वह यूक्रेन से डर गए थे क्योंकि यूक्रेन में एक स्वतंत्र प्रेस है और यूक्रेन में स्वतंत्र चुनाव होते हैं और हर साल यूक्रेन ने प्रगति की है। पुतिन को यूक्रेन का उदाहरण दिए जाने का डर था और अपने मौजूद तिरस्कार का डर था।