Russia Ukraine War : Nuclear terrorism के जरिए पुतिन चेरनोबिल हादसा दोहराकर यूक्रेन-यूरोप के इतिहास का करना चाहते है अंत - जेलेंस्की
Russia Ukraine War : जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त हो जाता तो वह चोरनोबिल की तुलना में छह गुना अधिक तबाही मचा सकता था। ऐसा होने की स्थिति में यह हादसा यूक्रेन और यूरोप के इतिहास का अंत करने वाला साबित होता।
Russia Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग दसवें दिन भी जारी है। इस बीच राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ( Volodimir Zelenski ) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ( Vladimir Putin ) पर न्यूक्लियर टेररिज्म ( Nuclear Terrorism ) के जरिए यूक्रेन ( Ukraine ) और यूरोप ( Europe ) के इतिहास को खत्म करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ताजा बयान में कहा है कि रूसी राष्ट्रपति यूक्रेन में चेरनोबिल हादसे ( Chernobyl accident ) को दोहराना चाहते हैं।
इस रणनीति के तहत व्लादिमिर पुतिन ( Vladimir Putin ) की देखरेख में रूस के परमाणु निवारक बलों को हाई अलर्ट पर रखने के पांच दिन बाद यानि रूस-यूक्रेन युद्ध ( Russia Ukraine War ) के नौवें दिन हमलावर सैनिकों ने यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्र ( Nuclear power plants Ukraine ) को निशाना बनाया। बता दें कि रूसी और यूक्रेनी सैनिकों के बीच जारी भीषण जंग के बीच जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गई थी।
जेलेंस्की का कहना है कि अगर जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र ( Zaporizhzhya Nuclear Plant ) क्षतिग्रस्त हो जाता तो वह चोरनोबिल की तुलना में छह गुना अधिक तबाही मचा सकता था। ऐसा होने की स्थिति में यह हादसा यूक्रेन और यूरोप के इतिहास का अंत करने वाला साबित होता।
मानव इतिहास में परमाणु इतिहास में पहली बार हमला
जेलेंस्की ने कहा कि रूस के अलावा किसी भी देश ने कभी भी परमाणु ऊर्जा इकाइयों पर गोलीबारी नहीं की है। यह मानव इतिहास में पहली बार हुआ है। इस घटना को अंजाम देने के लिए रूस ने अब परमाणु आतंक का सहारा लिया है। जेलेंस्की ने बताया कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र आक्रमण के कुछ घंटों के भीतर ही रूस ने संयंत्र पर अपना नियंत्रण कर लिया था।
दरअसल, Zaporizhzhia संयंत्र यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है, जो यूक्रेन की बिजली उत्पादन का लगभग एक चौथाई हिस्सा है।
संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था ( IAEA ) के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने सभी परमाणु स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यूक्रेन और रूस के साथ बातचीत करने के लिए चेरनोबिल जाने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा है कि संयंत्र अब सुरक्षित है।
दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक 24 फरवरी को रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से 12 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से पड़ोसी देशों में पलायन कर चुके हैं। दोनों पक्षों की सेनाओं को नुकसान हुआ है। यूक्रेन का दावा है कि उसने लगभग 10 हजार रूसी सैनिक मारे गिराए हैं। 250 से अधिक रूसी टैंक भी नष्ट कर दिए गए हैं।
यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निगरानी मिशन ने कहा कि उसने आक्रमण की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में 752 नागरिक हताहतों की संख्या दर्ज की है।
द टाइम्स ने खबर दी है कि पिछले एक हफ्ते में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ( Volodimir Zelenski ) पर हत्या के कम से कम तीन प्रयास हुए हैं। कथित तौर पर दो अलग-अलग संगठनों को यूक्रेनी राष्ट्रपति को मारने के लिए भेजा गया था। इस हमले में क्रेमलिन समर्थित वैगनर समूह और चेचन स्पेशल फोर्स के भाड़े के सैनिक शामिल थे।