Shari Baloch : दो बच्चों की मां...MSc और M.Phil तक की पढ़ाई, फिर क्यों महिला ने सुसाइड बॉम्बर बनकर खुद को उड़ाया

Shari Baloch : शैरी बलूच के कई वीडियोज अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें वह कराची यूनिवर्सिटी के भीतर खुद को उड़ाते हुए नजर आ रही हैं....

Update: 2022-04-28 09:00 GMT

Shari Baloch : दो बच्चों की मां...MSc और M.Phil तक की पढ़ाई, फिर कैसे सुसाइड बॉम्बर बनकर महिला ने खुद को उड़ाया

Shari Baloch : पाकिस्तान के कराची में 26 अप्रैल को एक महिला सुसाइड बॉम्बर शैरी बलूच (Shari Baloch) ने खुद को उड़ा दिया। इस आत्मघाती हमले (Sucide Attack) में चार चीनी नागरिक (Chinese Nationals) और एक पाकिस्तान नागरिक की मौत हो गई थी। हमला कराची यूनिवर्सिटी (Karachi University Blast) के भीतर तब हुआ जब एक वैन घटना स्थल से गुजर रही थी।

इस आत्मघाती को हमले को अंजाम देने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (Balochistan Liberation Army) की पहली महिला फिदायीन शैरी दो बच्चों की मां थीं। दोनों बच्चें की उम्र पांच-पांच साल है। शेरी बलूच खुद कीच जिले के एक प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं। उसने साल 2014 में बी.एड और 2018 में एम.एड. तक की पढ़ाई। इसके अलावा उसने बलोचिस्तान विश्वविद्यालय से जूलॉजी में मास्टर की पढ़ाई की थी और पिर अल्लामा इकबाल ओपन यूनिवर्सिटी से एम.फिल. तक की पढ़ाई की थी। शेरी के पिता सरकारी एजेंसी में डायरेक्टर के तौर पर सेवा दे चुके थे। इसके अलावा वह तीन साल तक जिला परिषद के सदस्य रहे।

पाकिस्तान के इतिहास में 22 साल बाद यह दूसरी घटना है जब किसी महिला हमलावर का नाम सामने आया है। ब्लूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बीएलए बलूचिस्तान प्रांत को पाकिस्तान का हिस्सा नहीं मानता है और आजाद देश की मांग करता है। इसके साथ बीएलए बलूचिस्तान में चीन की गतिविधियों का भी विरोध करता रहा है। 

(कराची यूनिवर्सिटी के भीतर ब्लास्ट के बाद स्थिति)

शैरी बलूच के कई वीडियोज भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें वह कराची यूनिवर्सिटी के भीतर खुद को उड़ाते हुए नजर आ रही हैं। शैरी बलोच के पति दांतों के डॉक्टर हैं। शैरी बलोच का यह आत्मघाती हमला पाकिस्तान में चीनी परियोजनाओं के खिलाफ बलूच विद्रोहियों के गुस्से को दिखाता है जो लंबे समय से चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का विरोध कर रहे हैं।

चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का रूट बलूचिस्तान से होकर ही गुजरता है। बीएलए का मानना है कि चीन उनके संसाधनों पर कब्जा कर रहा है और उनकी चोरी कर रहा है। इस वजह से वह चीनी नागरिकों की सुरक्षा करने वाले पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं।

(आत्मघाती हमले में मारे गए चीनी नागरिक)

शैरी बलूच भी इसी विद्रोह का हिस्सा थी जिसने चीनी टीचरों को मौत के घाट उतार दिया। बीएलए के मुताबिक शैरी समूह की पहली महिला बॉम्बर थी। बीएलए ने लिखित बयान में कहा कि शैरी बलूच ने बलूच विद्रोह के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। 

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