Sri Lankan PM Resigns: श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने दिया इस्तीफा, पूरे देश में कर्फ्यू, जानें अब तक क्या हुआ
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे का इस्तीफा,
Sri Lankan PM Resigns: श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद राजधानी कोलंबो में सेना के जवानों को तैनात किया गया था. इस हमले में कम से कम 130 लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया है. वहीं, इस हिंसक प्रदर्शन में पीएम का घर फूंक दिया गया है.
#UPDATE A legislator from Sri Lanka's ruling party shot dead an anti-government protester and then took his own life during a confrontation outside the capital Colombo, police said on Monday https://t.co/ALlgar27rB
— AFP News Agency (@AFP) May 9, 2022
📷 Clashes outside the President's office in Colombo on May 9 pic.twitter.com/uSXknm4um6
महिंदा राजपक्षे ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा पत्र भेजा. महिंदा ने ट्वीट किया, मैंने तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. प्रधानमंत्री महिंदा ने अपने त्याग पत्र में कहा कि वह सर्वदलीय अंतरिम सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पद छोड़ रहे हैं.
महिंदा राजपक्षे ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा, मैं (आपको) सूचित करना चाहता हूं कि मैंने तत्काल प्रभाव से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. यह 6 मई को हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में आपके अनुरोध के अनुरूप है, जिसमें आपने कहा था कि आप एक सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वह जनता के लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं.
पूरे श्रीलंका में कर्फ्यू लगा दिया गया
कम से कम दो कैबिनेट मंत्रियों ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा की है. महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के नेतृत्व वाली सरकार पर देश में जारी गंभीर आर्थिक संकट से निपटने के लिए अंतरिम प्रशासन बनाने का दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन किये जा रहे थे. एक पुलिस प्रवक्ता ने स्थानीय मीडिया के हवाले से कहा कि अगले नोटिस तक तत्काल प्रभाव से पूरे श्रीलंका में कर्फ्यू लगा दिया गया है. कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने में सहायता के लिए सैन्य दल को विरोध स्थल पर तैनात किया गया है.
पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द
रक्षा सचिव ने देश में शांति बनाए रखने के लिए जनता से समर्थन दिये जाने आग्रह किया है, जबकि जन सुरक्षा के लिए पुलिस की सहायता के लिए तीन सशस्त्र बलों को बुलाया गया है. सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी अगले आदेश तक रद्द कर दी गई है.
आर्थिक संकट से गुजर रहा श्रीलंका
साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ जिसका अर्थ है कि देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है. नौ अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं, क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है. आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं.