अफगानिस्तान में शिक्षा का तालिबानीकरण : क्लास में इधर लड़के, उधर लड़कियां और बीच में पर्दा

सत्ता बदलते ही अफगानिस्तान में शिक्षा का तालिबानीकरण भी शुरु हो गया है। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें एक क्लासरूम में कुछ लड़के और लड़कियां बैठी हुई हैं और दोनों के बीच में पर्दा लगा हुआ है ....

Update: 2021-09-06 08:36 GMT

जनज्वार। अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से निगलने के बाद से ही सत्ता तालिबान के हाथ में है। तालिबान ने अफगानिस्तान के उस पंजशीर इलाके पर भी जीत का दावा किया है जिसको वह आजतक जीत नहीं सका था। सोशल मीडिया पर तस्वीरें सामने आ रही हैं जिसमें तालिबानी लड़ाके पंजशीर के गवर्वर हाउस कब्जा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। तालिबान इस समय दुनिया को अपना कथित उदार चेहरा दिखाने की कोशिश कर रहा है ताकि उसकी सरकार मान्यता मिल सके लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ अलग ही दिखाई दे रही है।

सत्ता बदलते ही अफगानिस्तान में शिक्षा का तालिबानीकरण भी शुरु हो गया है। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें एक क्लासरूम में कुछ लड़के और लड़कियां बैठी हुई हैं और दोनों के बीच में पर्दा लगा हुआ है ताकि वे आपस में घुलमिल न सकें। बताया जा रहा है कि यह तस्वीर काबुल की एक यूनिवर्सिटी की है। बता दें कि तालिबान ने सत्ता में आते ही सबसे पहले हेरात प्रांत में घोषणा की थी कि विश्वविद्यालयों में अब लड़के और लड़कियां पढ़ाई नहीं कर सकेंगी।

इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान के उच्च शिक्षा प्रमुख मुल्ला फरीद ने हेरात प्रांत में बैठक में तालिबान का प्रतिनिधित्व किया था और कहा था कि सह शिक्ष को समाप्त किया जाना चाहिए क्योंकि यह व्यवस्था समाज में सभी बुराइयों की जड़ है।

इससे पहले तालिबान के शिक्षा प्राधिकरण ने एक विस्तृत दस्तावेज जारी कर प्राइवेट और सरकारी यूनिवर्सिटीज के लिए नए नियमों की घोषणा की थी। इन नियमों में बताया गया कि लड़कियों और महिला छात्रों किन नियमों का पालन करना होगा। आदेश में कहा गया कि महिला छात्रों को सिर्फ एक महिला टीचर ही पढ़ाएगी। अगर ऐसा संभव न हुआ तो किसी साफ चरित्र वाले बुजुर्ग टीचर कोही छात्राओं को पढ़ाने की अनुमति दी जाएगी।

तालिबान ने आदेश जारी किया है कि प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में जाने वाली महिलाओं को पारंपरिक कपड़े और नकाब पहनना जरूरी होगा जो उनके ज्यादातर चेहरे को ढक सके। लड़के और लड़कियों की क्लास को अलग-अलग चलाने या उनके बीच में पर्दा लगाने का भी आदेश दिया गया है। आदेश में महिलाओं को बुर्का पहनना अनिवार्य नहीं किया गया है।

आदेश के मुताबिक परिसर में महिला और पुरुषों के आने जाने के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे। महिलाओं को अपनी क्लास पुरुषोंकी तुलना में पांच मिनट पहले खत्म करनी होगी ताकि उन्हें बाहर घुलने मिलने से रोका जा सके। क्साल के बाद जबतक पुरुष बिल्डिंग से बाहर नहीं निकल जाते महिलाओं को अपनी क्लास में ही इंतजार करना होगा। 

तालिबान ने सत्ता पर काबिज होते ही ऐलान किया था कि महिलाओं को स्वतंत्रता दी जाएगी। तालिबान ने यह भी घोषणा की थी कि महिलाओं को उनकी सरकार में जगह दी जाएगी। लेकिन जिस तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं उसपर सभी चिंता जाहिर कर रहे हैं। 

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