अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेट उम्मीदवार चुने गए जो बिडेन कौन हैं?

जो बिडेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति की उम्मीदवारी स्वीकार कर ली। डोनाल्ड ट्रंप से उलट वे पूर्णकालिक राजनैतिक कार्यकर्ता हैं और संघर्ष कर आगे बढे हैं। उनका लंबा राजनैतिक करियर है...

Update: 2020-08-21 05:11 GMT

वाशिंगटन। इस साल के आखिर में होने जा रहे अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए 77 वर्षीय जो बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार चुने गए हैं। जो बिडेन ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने पर ट्वीट कर कहा कि मैं बहुत सम्मान और विनम्रता से संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए इस नामांकन को स्वीकार करता हूं। बाइडन ने कहा है कि नवंबर में चुनाव है और चुनाव अभियान के लिए मात्र 75 दिन बचे हैं। उनका मुकाबला मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगा, जिनके रिपब्लिकन पार्टी का फिर से उम्मीदवार बनना तय है। वहीं, उनके उम्मीदवार के रूप में चयन पर पूर्व विदेश मंत्री व पार्टी की ओर से राष्ट्रपति का चुनाव लड़ चुकीं हिलेरी क्लिंटन ने खुशी जतायी है।

हिलेरी क्लिंटन ने उम्मीदवार निर्वाचित होने पर बिडेन के दिए गए भाषण की तारीफ की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, उस व्यक्ति को बधाई जिसने अपने परिवार और अपने देश के लिए सम्मान और समर्पण से भरा एक दृढ जीवन जीया है। जो बाइडेन हमें अंधेरे से बाहर ले जाएंगे और अमेरिका की आत्मा को पुनर्जीवित करेंगे। आइए इस बात पर विजय प्राप्त करें।

जो बिडेन ने सिलसिलेवार ट्वीटर कर अपनी उम्मीदवार को लेकर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा है कि हम एक राष्ट्र के रूप में क्या हैं, हम किस चीज के लिए खड़े हैं और हम क्या होना चाहते हैं, उस पर इस नवंबर में मतदान होगा। जो बिडेन ने कहा कि हमारे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस देश के लिए अपने सभी बुनियादी कर्तव्य में विफल रहे हैं। वे हमारी रक्षा करने में विफल रहे हैं। वे अमेरिका की रक्षा करने में विफल रहे हैं। वे अक्षम हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव अभियान सिर्फ वोट जीतने को लेकर नहीं है, बल्कि अमेरिकी का दिल व उनकी आत्मा जीतने को लेकर है। उन्होंने कहा है कि मतपत्र के चरित्र में करुणा, शालीनता, विज्ञान व लोकतंत्र शामिल है।

उन्होंने अपने संदेश में कहा कि इतिहास यहां से यह कहने में सक्षम हो सकता है कि अमेरिकी अंधेरे के इस अध्याय का अंत शुरू हो गया, आज रात प्यार और आशा संयुक्त रूप से प्रकाश के रूप में राष्ट्र की आत्मा के लिए लड़ाई में शामिल हो गया। 

साधारण पृष्ठभूमि के शख्स की असाधारण उपलब्धियां 

जो बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख राजनेता हैं। वे बराक ओबामा प्रशासन में 2009 से 2017 के बीच उपराष्ट्रपति के रूप में काम कर चुके हैं। वे अमेरिका के 47वें उपराष्ट्रपति थे। बराक ओबामा प्रशासन में ही पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हिलेरी क्लिंटन विदेश मंत्री रही थीं और 2016 में वे अपनी पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार रहीं, हालांकि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से वे चुनाव हार गईं।

इस बार डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला जो बाइडेन से होगा। 20 नवंबर 1942 को पेनसिल्वेनिया प्रांत के स्क्रेन्टन में जन्मे जो बाइडेन अमेरिकी सिनेट में डिलावेयर प्रांत का 1973 से 2009 के बीच प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने डिलावेयर यूनिवर्सिटी से ही पढाई की और फिर साइराक्यूस यूनिवर्सिटी से लाॅ की डिग्री हासिल की। 1969 में उनकी औपचारिक राजनीतिक यात्रा तब शुरू हुई जब वे न्यू काॅस्टल काउंटी काउंसिल के लिए चुने गए।

वे अमेरिका के छठे सबसे युवा सिनेट सदस्य भी बने और बार-बार उस पद के लिए चुने जाने की वजह से चार सबसे सीनियर सिनेट सदस्यों में भी शामिल हुए। अब 77 वर्ष में राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने के कारण वे शीर्ष पद के सबसे बुजुर्ग उम्मीदवारों में शामिल हो जाएंगे। जो बाइडेन पूर्णकालिक राजनैतिक  कार्यकर्ता हैं और वे डोनाल्ड ट्रंप के तरह कारोबारी पृष्ठभूमि से राजनीति में प्रवेश करने वाले शख्स नहीं हैं।

वे अमेरिकी संसद की विदेश मामलों की समिति में लंबे समय तक सदस्य रहे और विदेश नीति से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर मुखर रहे हैं। उन्होंने 1991 में खाड़ी युद्ध का विरोध किया था तब अमेरिका में रिपब्लिकन का शासन था।

बिडेन का परिवार आइरिश मूल का था और वे एक कैथोलिक परिवार में जन्मे। वे चार भाई बहनों में एक हैं, जिनमें एक बहन व दो भाई हैं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी लेकिन बिडेन शुरू से प्रतिभाशाली और स्वाभाविक नेतृत्व गुणों वाले व्यक्ति थे। वे स्कूल व काॅलेज के दिनों में भी छात्रों का नेतृत्व करते थे और बाद में सक्रिय राजनीति में शामिल हुए।

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