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बिहार चुनाव 2020

मतदान से पहले जदयू को बड़ा झटका, परिवारवाद के विरोध में विधायक और प्रखंड अध्यक्षों का पार्टी से इस्तीफा

Janjwar Desk
6 Nov 2020 4:28 PM GMT
मतदान से पहले जदयू को बड़ा झटका, परिवारवाद के विरोध में विधायक और प्रखंड अध्यक्षों का पार्टी से इस्तीफा
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वैशाली विधान सभा क्षेत्र में तीन प्रखंड है, इनमें से दो प्रखंड अध्यक्ष वीरेंद्र राय एवं कौशल किशोर सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है....

जनज्वार ब्यूरो, पटना। तीसरे चरण के मतदान के ठीक एक दिन पहले वैशाली के निवर्तमान जदयू विधायक राज किशोर सिंह ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ ही गोरौल और पटेढ़ी बेलसर प्रखंडों के जदयू अध्यक्षों सहित लगभग 40 नेताओ ने एक साथ जदयू से इस्तीफा दे दिया है। इसे पार्टी और संगठन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।इन नेताओं ने पार्टी पर परिवारवाद का पोषण करने का आरोप लगाया है।

वैशाली विधान सभा क्षेत्र में तीन प्रखंड है, इनमें से दो प्रखंड अध्यक्ष वीरेंद्र राय एवं कौशल किशोर सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कहा जा रहा है कि विधान सभा चुनाव में टिकट और पार्टी में मान सम्मान नही मिलने के कारण जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विधायक नाराज चल रहे थे।

बिहार विधानसभा चुनाव में आखिरी चरण का मतदान शनिवार को होने वाला है। तीसरे चरण में ज़िले के महुआ और पातेपुर विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है। ठीक एक दिन पहले जनता दल यूनाइटेड को यह बड़ा झटका लगा है। जेडीयू के निवर्तमान विधायक राजकिशोर सिंह के टिकट नही मिलने से उनके समर्थक कार्यकर्ताओं में भी काफी नाराजगी देखी जा रही थी। जिसके बाद मतदान से ठीक एक दिन पहले उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

निवर्तमान विधायक राजकिशोर सिंह वैशाली सीट से वृषिण पटेल के पारिवारिक सदस्य को टिकट देने से नाराज बताए जाते हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने वृषिण पटेल को ही यहां से हराया था।

गोरौल प्रखंड के रहसा पूर्वी में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने खुलकर अपनी भड़ास निकाली और पार्टी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई तरह के आरोप भी उन्होंने लगाए। उन्होंने कहा कि आखिर क्या कारण है कि मुख्यमंत्री सिर्फ बृषिण पटेल परिवार को ही देखते है। जबकि हम वैशाली के विकास के लिये सदैव ततपर रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमसे मिलने के लिये किसी को आज तक पटना नही जाना पड़ा। हम पद पर रहे या नहीं रहे, लेकिन वैशाली के विकास के लिये सदा प्रयास करते रहेंगे।

इस्तीफा देने बालो में विधायक जदयू के जिला महासचिव अशोक सिंह,जदयू के वरीय नेता संजय सिंह,विनोद सिंह,विनय कुमार सिंह, संदेश कुमार, उप प्रमुख संजय प्रसाद सिंह, ललित कुमार, चन्दकान्त चौधरी, रामप्रसाद सहनी उर्फ पांचू सहनी,संजीव कुमार,अखिलेश प्रसाद सिंह,सुजीत पटेल,टुनटुन ठाकुर,तरुण कुमार सिंह,श्याम कुमार सिंह,लखिन्द्र सहनी,बिजली कुमार सिंह सहित अन्य नेता शामिल हैं। उनके प्रेसवार्ता के दौरान बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

मालूम हो कि विधायक राजकिशोर सिंह ने वर्ष 2015 कनपिछले चुनाव में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने बिहार की राजनीति के बड़े चेहरे और सिटिंग विधायक वृषिण पटेल को भारी मतों से हराया था।

वृषिण पटेल राज्य के शिक्षा मंत्री और हम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। साल 2015 के विधानसभा चुनाव में राजकिशोर सिंह जेडीयू के टिकट पर महागठबंधन के उम्मीदवार थे और उन्होंने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के वृषिण पटेल को 31061 वोटों के भारी अंतर से हराया था।

जबकि इस बार वृषिण पटेल ने हम छोड़ कर राजद का दामन थाम लिया था। हालांकि उन्हें राजद का टिकट नहीं मिल पाया। वैशाली सीट महागठबंधन में कांग्रेस के खाते में चली गई। दूसरी ओर जद यू ने वैशाली विधान सभा सीट से वृषिण पटेल के भतीजा सिद्धार्थ पटेल को टिकट दे दिया।

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