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अंधविश्वास

अंधविश्वास : डायन बता कर तीन बुजुर्ग महिलाओं की पिटाई, पंचायत लगाकर कहा कपड़े उतार कर नाचो

Janjwar Desk
12 Oct 2020 3:38 AM GMT
अंधविश्वास : डायन बता कर तीन बुजुर्ग महिलाओं की पिटाई, पंचायत लगाकर कहा कपड़े   उतार कर नाचो
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फोटो : दैनिक भास्कर डाॅट काॅम से साभार।

गांव के एक व्यक्ति की दो बेटियों की तबीयत बिगड़ने पर तीनों महिलाओं पर डायन होने का आरोप लगाया गया और उन्हें पंचायत बुला कर सजा सुनायी गई...

जनज्वार। झारखंड के गढवा जिले में अंधविश्वास की एक हैरतअंगेज घटना घटी है। गढवा जिले के नारायणपुर गांव में ग्रामीणों की भीड़ ने पंचायत लगाकर तीन महिलाओं व एक युवक की बेरहमी से पिटाई की और कपड़े खोल कर नाचने को कहा। सभी महिलाएं बुजुर्ग हैं, जिनकी उम्र 60 साल, 55 साल और 50 साल है। वहीं, युवक 32 साल का है।

घटना 8 अक्तूबर, गुरुवार शाम की है और पुलिस को जब गांव में ऐसा किए जाने की सूचना मिली तो उसने मौके पर पहुंच कर चारों को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया।

जानकारी के अनुसार, नारायणपुर गांव के रहने वाले बलि रजवार की दो बेटियों की तबीयत खराब थी। इस पर बलि रजवार ने गांव की तीन महिलाओं पर डायन होने का आरोप लगाया। इसके बाद गांव में पंचायत बुलायी गई। इसमें महिलाओं को अर्द्धनग्न होकर नाचने को कहा। ऐसा करने से इनकार करने पर महिलाओं की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान एक महिला की आंख फोड़ने की कोशिश की गई।

स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, बलि रजवार की दोनों बेटियां मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और वे अजीब हरकतें करती हैं। ऐसे में बलि रजवार को तीनों महिलाओं पर डायन करने का संदेह हुआ और उसने ग्रामीणों से कहा कि उसकी बेटियों को भूत लगा दिया गया है। दैनिक भास्कर अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, बलि रजवार ने तीन महिलाओं व एक युवक पर अपनी बेटियों को ओझा-गुनी किए जाने का आरोप लगाया।


ग्रामीणों की पिटाई से 50 वर्षीया एक महिला बेहोश हो गई। इस मामले में डीसी राजेश कुमार पाठक ने कहा कि इस बर्बर घटना की सूचना मिली है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।

प्रभात खबर अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि जब कुछ ग्रामीणों ने महिलाओं के साथ की जा रही बर्बरता का विरोध किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई। आरोपियों की संख्या अधिक होने के कारण वे विरोध नहीं कर सके।

पुलिस जब घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची तो महिलाओं को अर्द्धनग्न स्थिति में देखकर गाड़ी की लाइट बुझा दी और महिलाओं के सहयोग से उन्हें वस्त्र पहनाया गया। इसमामले में दो मुख्य आरोपी हिरासत में लिया गए है, जिनका नाम बैजनाथ रजवार और रवि कुमार है।

शुक्रवार की सुबह पुलिस ने गांव के बलि रजवार, उसके बेटे राजू रजवान व सुनील रजवार सहित नारायणपुर गांव के 15 से 20 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने सभी आरोपियों पर गढवा थाना में कांड संख्या 692/20 धारा 354, धारा 354बी, 323/34 के तहत मामला दर्ज किया है।

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