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भारी बारिश से इंदौर में एक चौथाई से भी ज्यादा सोयाबीन की फसल तबाह, खून के आंसू बहाते पीड़ित किसानों तक नहीं पहुंचा शासन-प्रशासन

Janjwar Desk
21 Sep 2023 12:32 PM GMT
भारी बारिश से इंदौर में एक चौथाई से भी ज्यादा सोयाबीन की फसल तबाह, खून के आंसू बहाते पीड़ित किसानों तक नहीं पहुंचा शासन-प्रशासन
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Indore news : एक-एक गांव में डेढ़ सौ से 200 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है। किसानों का कहना था कि अभी तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने फसल बर्बादी का या किसानों के दुखों को सुनने का काम नहीं किया है...

इंदौर। पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि से मध्य प्रदेश में सोयाबीन की फसल बर्बाद हो चुकी है। इंदौर जिले में 2 लाख से ज्यादा हेक्टेयर में सोयाबीन की फसल किसानों ने उगाई थी, लेकिन उसमें से 50000 हेक्टेयर से ज्यादा फसल अतिवृष्टि से बर्बाद हो गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कल 20 सितंबर को इंदौर जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर फसल बर्बादी का आकलन किया और किसानों की पीड़ा सुनी।

पीड़ित किसानों का कहना था कि एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी तैयारी करते हुए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं, दूसरी ओर किसानों की बर्बादी की ओर उनका कोई ध्यान नहीं है, जिससे किसानों की आंखों में खून के आंसू हैं।

गांव के किसानों ने बताया कि पिछले 70 सालों में आज तक ऐसी बारिश नहीं हुई है। एक दिन में ही सोयाबीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। न तो जनप्रतिनिधि किसानों की इस बर्बादी पर ध्यान दे रहे हैं और न ही सरकार और प्रशासनिक अधिकारी। अभी तक कलेक्टर और तहसीलदार ने बर्बाद फसल का मुआयना भी नहीं कराया है। फसल बीमा के नाम पर लाखों रुपए की प्रीमियम राशि तो किसानों से काटी जाती है, लेकिन मुआवजे के नाम पर ₹1 नहीं मिल रहा है। किसानों की फसल बर्बादी के साथ ही पशु चारा सुकला और पशु आहार भी बर्बाद हुआ है। साथ ही कई घरों में 8-8, 10-10 फीट पानी भर जाने से प्याज, सोयाबीन, गेहूं, गृहस्थी का सामान भी तबाह हो गया है।

प्रतिनिधिमंडल को एकतासा के प्रभु पटेल, छोटी कलमेर के मनीष परमार, मनीष भुवान सिंह मौर्य, दशरथ परमार, राजेश मौर्य, अरोदा के सुरेश सिंह पाल, ओंकार सिंह चौधरी, भागीरथ सरपंच, सिहादा के इंदर सिंह पटेल ,गोकुल, रेंगनवास के ओमप्रकाश ठाकुर, महेश ठाकुर, प्रेम सिंह, नरपत सिंह, जितेन ठाकुर, सेमदा के उमेश पटेल मलखान सिंह, अनिल सिसोदिया जीतू पटेल सुनील परमार नारायण केवट, मुकुल बामोत्रीय, वासुदेव सिसोदिया, सोहन राजेश केवट, सुभाष पटेल, जितेंद्र सिसोदिया, चेतन बमोत्रीया, निलेश, सत्यनारायण नरवरिया, सेमदा के विकास जिरात, विक्रम जिरात, मोहन परमार छोटी कलमेर के राजेश अंबाराम उमट समेत दर्जनों पीड़ित किसानों ने बताया कि पिछले 70 सालों में आज तक अतिवृष्टि से ऐसी बर्बादी नहीं हुई है। फसल के साथ ही घर गृहस्थी का सामान और पशुओं का चारा आहार भी बर्बाद हो गया है।

एक-एक गांव में डेढ़ सौ से 200 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है। किसानों का कहना था कि अभी तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने फसल बर्बादी का या किसानों के दुखों को सुनने का काम नहीं किया है। पहली बार संयुक्त किसान मोर्चा गांव में पहुंचा है, जिसने किसानों की बर्बादी को शासन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।

संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने दौरे से लौटने के बाद बताया कि इंदौर जिले में 2 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में सोयाबीन की फसल बोई गई थी, जिसमें से 50000 हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि शासन फसल बर्बादी का तत्काल आकलन कर किसानों को RBC 6 /4 के तहत मुआवजा वितरित करे। साथ ही फसल बीमा का लाभ भी किसानों को दिया जाए। इन मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा आगामी सोमवार यानी 25 सितंबर को कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करेगा।

मोर्चे के नेताओं ने कहा है कि एक तरफ मुख्यमंत्री चुनावी तैयारी के तहत जन आशीर्वाद यात्रा में सरकारी धन का करोड़ों रुपया बर्बाद कर रहे हैं, वहीं किसान जो खून के आंसू रो रहा है, उनके आंसुओं को पोछने का काम ना तो मुख्यमंत्री कर रहे हैं और ना ही शासन प्रशासन। यदि सरकार ने किसानों की बात नहीं सुनी तो किसान एकजुट होकर इस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा इंदौर के नेता रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव के नेतृत्व में मोर्चे के प्रतिनिधियों ने इंदौर जिले के विभिन्न गांवों का दौरा किया और किसानों से मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल में चंदन सिंह बड़वाया शैलेंद्र पटेल लाखन सिंह डाबी आदि शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने ग्राम सेमदा, छोटी कलमेर, चांदेर, बेगंदा करकी, एकतासा, अरोदा, सिंहादा, पेमलपुर, खरेली, धानिया, रेंगनवास, लिंबोदापार, खटवाडी, देपालपुर, कुंनगारा, अत्तयाणा, रलायता, सगडोद शिवगढ़, बरोदा पंथ, खड़ी, चिकलोडा, रणादा सहित डेढ़ सौ से ज्यादा गांवों का दौरा किया।

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