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खनौरी बार्डर पहुंची रोजगार अधिकार अभियान टीम, किसानों की वाजिब मांगों का समर्थन कर डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य पर जताई चिंता

Janjwar Desk
21 Jan 2025 9:52 PM IST
खनौरी बार्डर पहुंची रोजगार अधिकार अभियान टीम, किसानों की वाजिब मांगों का समर्थन कर डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य पर जताई चिंता
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किसानों की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की कानूनी गारंटी, विश्व व्यापार संगठन के समझौते से भारत के बाहर आने, किसानों व मजदूरों के पूर्ण कर्जामाफी, विद्युत संशोधन विधेयक 2023 रद्द करने, मनरेगा में 200 दिन काम व 700 रुपये दैनिक मजदूरी जैसी मांगें शामिल हैं, जो पूरी तरह से वाजिब हैं और इन्हें दरकिनार करना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है...

खनौरी बार्डर। रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान के नेतृत्व में अभियान की टीम ने खनौरी बार्डर पहुंच कर किसान आंदोलन का समर्थन किया और जगजीत सिंह डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य पर गहरी चिंता जताई है। साथ ही केंद्र सरकार से मांग की है कि एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत किसानों की अन्य मांगों को तत्काल हल करे। विगत वर्ष 13 फरवरी से खनौरी बार्डर व शम्भू बार्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है।

इसमें प्रमुख रूप से किसानों की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की कानूनी गारंटी, विश्व व्यापार संगठन के समझौते से भारत के बाहर आने, किसानों व मजदूरों के पूर्ण कर्जामाफी, विद्युत संशोधन विधेयक 2023 रद्द करने, मनरेगा में 200 दिन काम व 700 रुपये दैनिक मजदूरी जैसी मांगें शामिल हैं, जो पूरी तरह से वाजिब हैं और इन्हें दरकिनार करना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है।

गौरतलब है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप और उनके समर्थक में 14 जनवरी से 111 किसानों द्वारा आमरण अनशन शुरू करने के बाद 18 जनवरी को संयुक्त सचिव कृषि भारत सरकार की ओर 14 फरवरी को भारत सरकार व पंजाब सरकार के मंत्रियों व किसान नेताओं से वार्ता के लिए पत्र भेजा गया, लेकिन किसानों के इन वाजिब सवालों को हल के लिए केंद्र सरकार ने किसी तरह का ठोस समाधान अभी भी प्रस्तुत नहीं किया है। किसानों की 13 सूत्रीय मांगों में कई मांगे ऐसी हैं, जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा हल करने का आश्वासन दिया जा चुका है, लेकिन अभी तक इसकी भी घोषणा नहीं की गई है। यह साबित करता है कि केंद्र सरकार किसानों के सवालों को हल करने और डल्लेवाल साहब के गिरते स्वास्थ्य को लेकर फिक्रमंद नहीं है।

रोजगार अधिकार अभियान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर समाज के सभी तबकों से संवाद किया जा रहा है और किसानों के इन सवालों को अपने अभियान का हिस्सा बनाया है साथ ही किसान आंदोलन से एकजुटता की अपील की जा रही है। किसान आंदोलन कोई अलग-थलग आंदोलन नहीं है, इसे राष्ट्रीय स्तर पर छात्र युवा आंदोलन व मजदूर आंदोलन का समर्थन हासिल है और व्यापक जनमानस साथ है। रोजगार अधिकार अभियान की टीम किसान आंदोलन के समर्थन में आज 21 जनवरी को खनौरी बार्डर अनशनस्थल पर रात्रि विश्राम करेगी और कल शम्भू बार्डर जायेगी।

खनौरी बार्डर गई टीम में रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान, जैनुल आबेदीन, हरप्रीत शर्मा, कुलदीप सिंह आदि शामिल रहे।

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