Lakhimpur Kheri Kand : किसानों का आज 'रेल रोको' आंदोलन, मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की कर रहे मांग
(किसान संगठन लखीमपुर खीरी मामले में मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं)
Lakhimpur Kheri Kand : लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Violence) में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) की बर्खास्तगी की मांग को लेकर किसान संघों ने आज सोमवार, 18 अक्टूबर 2021 को 'रेल रोको' आंदोलन की घोषणा की है।
यह आंदोलन आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा। किसान संघों की ओर से जारी संयुक्त बयान (Joint Statement) में कहा गया है कि आंदोलन देशव्यापी होगा और शांतिपूर्ण तरीके से रेल पटरियां पूरी तौर पर जाम की जाएंगी।
किसान संघों (Farmers Unions) की ओर से संयुक्त रूप से रविवार, 17 अक्टूबर 2021 को जारी एक बयान में कहा गया, "अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग के लिए दबाव डालने के लिए, ताकि लखीमपुर खीरी हिंसा में न्याय सुरक्षित किया जा सके, एसकेएम ने 18 अक्टूबर को एक राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम की घोषणा की है। "
इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) ने ऐलान किया कि लखीमपुर खीरी घटना के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर 18 अक्टूबर यानि सोमवार को देश भर में 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
केंद्र के तीन कृषि कानूनों (Three new Farm Laws) के खिलाफ किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान संघों ने कहा, लखीमपुर खीरी मामले में जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक विरोध जारी रहेगा। एसकेएम ने 'रेल रोको' विरोध के दौरान कहा, सभी ट्रेन यातायात को रोक दिया जाएगा। कार्यक्रम सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक छह घंटे तक प्रभावी रहेगा।
लखीमपुर खीरी कांड में न्याय की मांग कर रहे एसकेएम ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की अपनी मांग को फिर दोहराया है। हालांकि एसकेएम ने रेल रोको अभियान के दौरान सभी लोगों से शांतिपूर्ण तरीके विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है। कहा है कि सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाए विरोध प्रदर्शन को सफल बनाया जाएगा।
बता दें कि बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में भाजपा सरकार (BJP Government) के काफिले की गाड़ियों की चपेट में आकर चार किसानों की मौत हो गई थी। जिसके बाद हिंसा हुई और चार और लोगों की हत्या कर दी गई। इस प्रकरण में किसानों का दावा है कि किसानों को कुचलने वाली गाड़ी पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष सवार थे।
इस मामले में आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। एसकेएम ने यह भी दावा किया कि पूरे उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) में पुतले जलाने के कार्यक्रमों में कई किसान नेताओं को घर में गिरफ्तार किया गया था, जबकि कुछ को हिरासत में लिया गया था। एसकेएम ने इस घटनाक्रम की निंदा की और आरोप लगाया कि यूपी सरकार आम नागरिकों के विरोध के अधिकार को दबा रही है।