जींद किसान महापंचायत : मंच टूटने से गिरे किसान नेता, टिकैत बोले मोदी सरकार ने नहीं मानी किसानों की बात तो सत्ता में रहना मुश्किल
जींद, हरियाणा। हरियाणा के जींद में आज बुधवार 3 फरवरी को आयोजित किसान महापंचायत के दौरान मंच गिरने की घटना सामने आई। हालांकि बीकेयू नेता राकेश टिकैत और किसान संगठन के अन्य नेता इस दुर्घटना में बाल-बाल बच गए। एक वीडियो में मंच गिरने की घटना को देखा जा सकता है। स्टेज गिरने के बाद अफरातफरी के माहौल को देखते हुए राकेश टिकैत ने लोगों ने इसे लेकर नहीं घबराने की अपील भी की।
महापंचायत का आयोजन कंडेला गांव के स्पोर्ट्स स्टेडियम में किया गया था। हरियाणा के खाप नेताओं ने इसका आयोजन किया था, जिसका उद्देश्य चल रहे किसान विरोध प्रदर्शन के भविष्य चर्चा करना था।
महापंचायत के आयोजक कंडेला खाप के अध्यक्ष टेक राम ने कहा कि कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग के अलावा, प्रस्ताव में मांग की गई है कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि किसानों को उनकी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिले और गणतंत्र दिवस हिंसा के सिलसिले में किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं।
इसके साथ ही मांग की गई है कि किसानों के कर्ज को माफ किया जाए और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए।
इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ;त्ंामेी ज्पांपजद्ध ने चेतावनी भरे लहजे में केंद्र सरकार से कहा कि यदि कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो उसके लिए सत्ता में बने रहना मुश्किल हो जाएगा।
महापंचायत में टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी के अलावा किसान मानने वाला नहीं है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'अभी तो किसानों ने सिर्फ कानून वापसी की बात कही है, अगर किसान गद्दी वापसी की बात पर आ गए तो उनका क्या होगा। इस बात को सरकार को भलीभांति सोच लेना चाहिए।
जींद के कंडेला में गांव आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों पर पुलिस की घेरांबदी को लेकर कहा कि सरकार ने कीलें ठुकवाईं, तार लगवाए, लेकिन ये चीजें किसानों को नहीं रोक पाएंगी।
उन्होंने कहा, 'राजा जब डरता है तो किलेबंदी करता है, मोदी सरकार किसानों के डर से किलेबंदी करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि यह किलेबंदी एक नमूना है, आने वाले दिनों में गरीब की रोटी पर भी किलेबंदी होगी। टिकैत ने कहा कि किसी भी गरीब की रोटी तिजोरी में बंद न हो, इसीलिए किसानों ने यह आंदोलन शुरू किया है।