जिस यशवंत सिन्हा ने मुलायम सिंह को कहा था ISI एजेंट, उसी को समर्थन देगी अखिलेश की पार्टी - BJP
जिस यशवंत सिन्हा ने मुलायम सिंह को कहा था ISI एजेंट, उसी को समर्थन देगी अखिलेश की पार्टी - BJP
नई दिल्ली। देश को पांच दिन बाद नया राष्ट्रपति मिल जाएगा। फिलहाल, राष्ट्रपति के चुनाव ( President Election 2022 ) को लेकर प्रचार अपने अंतिम चरण में है। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ( Yashwant sinha ) का वो बयान सुर्खियों में जिसमें उन्होंने नेता जी यानि मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh yadav ) को आईएसआई का एजेंट ( ISI Agent ) करार दिया था। उनके, उसी बयान को लेकर अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) से सवाल कर रहे हैं। क्या आप उसी का समर्थन करेंगे जिसने नेता जी नीयत पर गंभीर आरोप लगाए थे।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक पुराने अखबार की कटिंग अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) से पूछा है कि जिन्हें आप राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे रहे हैं उनके मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh yadav ) पर दिए बयान को लेकर क्या कहेंगे? डिप्टी सीएम मौर्य ने अखबार की जिस कटिंग को ट्वीट किया है उसमें यशवंत सिन्हा ने दावा किया था कि मुलायम सिंह यादव आईएसआई एजेंट हैं।
ये दावा राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए किया था। उन्होंने कहा था कि मुलायम उत्तर प्रदेश में आईएसआई की बढ़ती गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल हैं। यही नहीं, उन्होंने ये भी कहा था कि काठमांडू में आईएसआई एजेंटों की मेजबानी करने वाले नेपाल के सांसद मिर्जा दिलशाद बेग के साथ उनके घनिष्ठ संबंध के कारण उन्हें रक्षा मंत्री बनने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
यशवंत सिन्हा ( Yashwant sinha ) ने कहा था कि दिलशाद बेग जब भी लखनऊ आते थे तो वो मुलायम सिंह यादव के घर पर ही रुकते थे। यशवंत सिन्हा ने कहा था- आईएसआई गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले मंत्री को प्रधानमंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए लेकिन अगर प्रधानमंत्री ने आंखें बंद कर ली हैं तो मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है। यशवंत सिन्हा ने कहा था कि नेपाल भारत विरोधी गतिविधियों के केंद्र के रूप में उभरा है और कहा कि केंद्र को इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से सिन्हा ( Yashwant sinha ) के बयान की ये कटिंग उस समय शेयर की जब वो राष्ट्रपति पद पर मतदान के लिए केवल दो दिन का समय शेष रह गया है। साथ ही पूर्व उप राष्ट्रपति हमिद अंसारी और पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा का आईएसआई एजेंट होने और भारत बुलाने को लेकर विवाद भी चरम पर है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक पूर्व अधिकारी द्वारा एक किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया गया था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और कुछ विधायकों के पाकिस्तान की सीक्रेट सर्विस आईएसआई से संबंध हैं। मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ( Mulayam Singh yadav ) ने पूछा था कि क्या ये दावा नदवा मदरसे पर हुए एक असफल छापे की वजह से लगाया गया? मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी द्वारा उनपर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा था- आईबी ने 1995 में नदवा मदरसे पर छापा मारा था लेकिन, जब मैंने हस्तक्षेप किया और छापेमारी को रोक दिया जिससे आईबी के अधिकारी उग्र हो गए। मैंने उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। किताब को लेकर मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि लेखक की मानसिकता भाजपा वाली थी इसलिए उन्होंने ऐसी टिप्पणी की।
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने द्रोपदी मूर्मु को अपना उम्मीदवार चुना है। वहीं विपक्ष की तरफ से संयुक्त रूप से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।